प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को कड़ी सुरक्षा के बीच दफनाया गया। उसके जनाजे में केवल नाना, मौसा समेत 35 करीबी रिश्तेदारों को शामिल होने की इजाजत दी गई। अतीक भी बेटे की मिट्टी में शामिल नहीं हो सका।
माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम का शव शनिवार सुबह प्रयागराज पहुंचा। असद को उसके दादा की कब्र के नजदीक दफनाया गया।
पुलिस को सूचना मिली थी कि असद के अंतिम दीदार के लिए उसकी मां शाइस्ता पहुंच सकती है, जिसके चलते कसारी-मसारी कब्रिस्तान के आसपास के क्षेत्र को छावनी में तब्दील करते हुए पुलिस और RAF का पहरा लगा था।
कब्रिस्तान के बाहर बैरियर लगा दिए गए हैं और असद को मिट्टी देने वाले लोगों को पुलिस चैकिंग से होकर गुजरना पड़। केवल करीबी रिश्तेदारों को ही कब्रिस्तान में जाने की इजाजत दी गई।
हालांकि विगत दिवस अतीक अहमद के वकील ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था कि अतीक को उसके बेटे असद के जनाजे में शामिल होने दिया जायें, शुक्रवार को छुट्टी होने के कारण उस पर सुनवाई नही हो सकी थी। आज कोर्ट खुलने से पहले ही असद को सुपुर्द ए खाक कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि उमेश पाल और उसके दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या के आरोपी असद और गुलाम को यूपी एसटीएफ ने गुरुवार को एक मुठभेड़ में मार गिराया था। यह घटना उस समय हुई थी, जब अतीक और उसके भाई अशरफ अहमद की प्रयागराज की एक अदालत में पेशी हो रही थी।
असद, अतीक अहमद के पांच बेटों में तीसरे नंबर का बेटा था और उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही फरार था। अतीक का सबसे बड़ा बेटा उमर लखनऊ जेल में निरुद्ध है, जबकि उसका उमर से छोटा बेटा अली नैनी सेंट्रल जेल में निरुद्ध है। वहीं चौथे नंबर का बेटा अहजम और सबसे छोटा बेटा अबान प्रयागराज के बाल सुधार गृह में हैं।
उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और उसके भाई अशरफ अहमद की पत्नी जैनब भी फरार है इसलिए असद के अंतिम संस्कार में अतीक के परिवार का कोई सदस्य शामिल नहीं हो पाया।
Edited by : Nrapendra Gupta