कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर के पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि दिनभर की ड्यूटी के बाद अपराधियों और माफिया के खिलाफ जारी पुलिस के अभियान के तहत ही कानपुर नगर के थाना चौबेपुर में 2 और 3 जुलाई की रात्रि में क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मिश्र के नेतृत्व में पुलिस की टीम एक दबिश में गई थी।
जिसमें वादी राहुल तिवारी ने धारा 307 में एक मुकदमा दर्ज कराया था इसी मुकदमे के सिलसिले में पुलिस एक दुर्दांत अपराधी के यहां छापेमारी करने के लिए गई लेकिन इस दौरान एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित हुई,जिसमें क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मिश्र, उपनिरीक्षक महेश चंद्र यादव,अनूप कुमार सिंह,नेबूलाल के साथ आरक्षी जीतेन्द्र पाल,सुल्तान सिंह,बब्लू कुमार और राहुल कुमार शहीद हुए हैं साथ ही 6 पुलिसकर्मी और 1 होमगार्ड जवान घायल हैं।
उन्होंने कहा कि रात्रि में घटना घटित होने के बाद से ही वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इस पूरी घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए लगातार छापेमारी कर रहे हैं।इसके लिए अनेक टीमें गठित की गई हैं और पुलिस मुठभेड़ में 2 अपराधी मारे गए हैं। पुलिस के जवानों से जो असलहे छीनकर अपराधी भागे थे,उनमें से कुछ असलहे बरामद भी हुए हैं।शेष पर अभी कार्यवाही चल रही है।
इस घटना के लिए जिम्मेदार किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।मैं इन बहादुर जवानों को उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ जनता की सुरक्षा हेतु अपने आप को बलिदान करने के लिए, उनकी शहादत को कोटि-कोटि नमन करता हूं। शोक संतप्त परिजनों के प्रति हमारी पूरी संवेदना है और जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है,इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा,कानूनन वह व्यक्ति इस घटना की सजा भी भुगतेगा।
मैं इस बात का विश्वास दिलाता हूं कि हमारे जवानों का यह बलिदान किसी भी स्थिति में व्यर्थ नहीं जाएगा।इसके साथ ही शहीद सभी आठ पुलिस जवान के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी साथ ही शहीदों के प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को शासकीय सेवा प्रदान की जाएगी और आश्रित को असाधारण पेंशन का लाभ दिया जाएगा।