Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

प्रयागराज हत्याकांड पर यूपी विधानसभा में बवाल, सीएम योगी बोले- माफिया को मिट्टी में मिला देंगे

हमें फॉलो करें प्रयागराज हत्याकांड पर यूपी विधानसभा में बवाल, सीएम योगी बोले- माफिया को मिट्टी में मिला देंगे
, शनिवार, 25 फ़रवरी 2023 (11:39 IST)
लखनऊ। यूपी विधानसभा में प्रयागराज हत्याकांड पर शनिवार को जमकर बवाल हुआ। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में कहा कि प्रयागराज में जो हुआ वो दुखद है। उन्होंने कहा कि अतिक अहमद सपा द्वारा पोषित माफिया है। समाजवादी पार्टी की रग रग में अपराध है। हम माफिया को मिट्टी में मिला देंगे। अब चोरी और सीनाजोरी नहीं चलेगी। इस पर सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने आपत्ति जताते हुए कहा कि यह कैसी भाषा है। 
 
योगी ने अखिलेश पर आरोप लगाते हुए कहा कि आप सारे अपराधियों को पालेंगे। उनका माल्यार्पण करेंगे। एक तरफ अपराधियों को प्रश्रय देंगे और दूसरी तरफ दोषारोपण करेंगे। उन्होंने सवाल किया कि अपराधियों के महिमामंडन में कौन सा गौरव है।
 
इस पर सपा नेता अखिलेश यादव ने ऐतराज जताते हुए कहा कि मिट्‍टी में मिला देंगे, यह कैसी भाषा है। आप बताइए, बसपा से आपकी दोस्ती है। इसलिए आप उसके खिलाफ नहीं बोल रहे हैं।
 
क्या है मामला : प्रयागराज के बहुचर्चित राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद की शुक्रवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई। जबकि दूसरे सुरक्षाकर्मी राघवेंद्र सिंह का इलाज चल रहा है।
 
पुलिस आय़ुक्त ने बताया कि यह घटना उमेश पाल के घर के बाहर हुई। प्रारंभिक सूचना के मुताबिक उमेश पाल पर दो बम फेंके गए और एक छोटे हथियार से गोली चलाई गई।
 
पुलिस आयुक्त ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए आठ से दस टीम लगा दी गई हैं और ये टीम अलग-अलग जगह गई हुई हैं। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पता लगाया जा रहा है कि हमलावर कितनी संख्या में थे।
 
क्या है राजू पाल हत्याकांड : उल्लेखनीय है कि राजू पाल बहुजन समाज पार्टी के विधायक थे और 2005 में उनकी हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल उस हत्याकांड के मुख्य गवाह थे। राजू पाल की हत्या में मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद है जो गुजरात की एक जेल में निरुद्ध है।


Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

चिदंबरम बोले, रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत ने कूटनीतिक संतुलन बनाया, भारतीय नागरिक युद्ध के खिलाफ