लखीमपुर खीरी/ लखनऊ। लखीमपुर खीरी की दो सहकारी चीनी मिलों के गन्ना पेराई सत्र की शुरुआत केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बजाय जिलाधिकारी करेंगे। मिलों ने पहले मंत्री अजय मिश्रा को बुधवार को गन्ना पेराई सत्र शुरू करने के लिए आमंत्रित किया था और अब कार्यक्रम में संशोधन करते हुए जिलाधिकारी को आमंत्रित किया गया है। एक दिन पहले सोमवार को किसान नेता राकेश टिकैत ने चेतावनी दी थी कि अगर मंत्री समारोह में शामिल होते हैं तो किसान इन मिलों से दूर रहेंगे।
मंगलवार को जारी एक बयान में लखीमपुर खीरी स्थित किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड, संपूर्ण नगर ने कहा कि लखीमपुर खीरी में किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड, संपूर्ण नगर का गन्ना पेराई सत्र 24 नवंबर (बुधवार) से जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर द्वारा सुबह 11 बजे शुरू होगा। इसी तरह का बयान सरजू सहकारी चीनी मिल लिमिटेड, बेलरयान खीरी द्वारा भी जारी किया गया।
लखनऊ में सोमवार को 'किसान महापंचायत' को संबोधित करते हुए भाकियू (भारतीय किसान यूनियन) के नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि अगर टेनी (अजय मिश्रा) चीनी मिल का उद्घाटन करने आएंगे तो उस चीनी मिल में कोई किसान गन्ना नहीं ले जाएगा। उन्होंने कहा था कि इसके बजाय किसान गन्ने को लेकर जिलाधिकारी के कार्यालय में जाएंगे, चाहे उन्हें कितना भी नुकसान हो जाए।
केंद्रीय मंत्रिमंडल से राज्यमंत्री मिश्रा को हटाना संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा सरकार से आंदोलन को समाप्त करने के लिए रखी गई 6 मांगों में से एक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि सरकार तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लेगी। लखीमपुर खीरी में 4 किसानों की मौत को लेकर यहां से सांसद मिश्रा किसानों के निशाने पर हैं।
इस बीच गृह राज्यमंत्री के करीबी सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय मंत्री की कुछ अन्य व्यस्तताएं हैं, इसलिए वे 24 नवंबर को चीनी मिलों के समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे। रविवार को लखनऊ में डीजीपी/आईजी सम्मेलन के समापन के बाद जारी आधिकारिक तस्वीर में मिश्रा नजर नहीं आए थे। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर राज्य की राजधानी में आयोजित डीजीपी समारोह में मिश्रा के साथ मंच साझा नहीं करने का आग्रह किया था।