मेरठ। अंकिता भंडारी हत्याकांड में मेरठ की रहने वाली एक युवती ने खुलासा करते हुए कहा है कि वह वनंत्रा रिजॉर्ट में काम कर चुकी है। बमुश्किल वह पुलकित के चंगुल से सुरक्षित निकल पाई है। उसने कहा कि ऊपरी तल पर पुलकित ने पिंजरा बनवा रखा था और उस पिंजरे में वह गलत काम करता रहा है। इस काम में उसका पीए अंकित और सौरव भी युवतियों के शोषण के भागीदार रहे हैं।
इस युवती के मुताबिक पुलकित नशे का सौदागर है और वह अब तक कई युवतियों का शारीरिक शोषण कर चुका है। युवती का आरोप है कि पुलकित उस पर भी बुरी नीयत रखता था और वह उसकी मंशा भाप चुकी थी जिसके चलते वनंत्रा रिजॉर्ट की नौकरी छोड़कर वह अपने पति के साथ मेरठ ससुराल वापस आ गई। वनंत्रा रिजॉर्ट में मेरठ के रहने वाले अंजू और बबलू (काल्पनिक नाम) दंपति नौकरी करते थे। पुलकित आर्य के बुरे आचरण के चलते उन्हें वहां से नौकरी छोड़नी पड़ी।
वनंत्रा के ऑफिस का कामकाज संभालने वाली पूर्व कर्मचारी अंजू ने बताया कि वनंत्रा रिजॉर्ट पुलकित की अय्याशी का अड्डा हुआ करता है। रिजॉर्ट में लड़कियां रुकने आती थीं और उन्हें वीआईपी ट्रीटमेंट देते हुए रूम में न रखकर गेस्ट रूम में रोका जाता, विशेष ख्याल भी रखा जाता था। वनंत्रा के रजिस्टर में उनका रिकॉर्ड भी नहीं होता था। इतना ही नहीं, रसूखदार ग्राहकों की महंगी शराब तक पुलकित चोरी करता था।
रिजॉर्ट में काम करने वाली लड़कियों के लिए पुलकित की हमेशा गलत नीयत रहती। उसने अंजू (एक्स कर्मचारी) के ऊपर गलत नीयत रखी थी लेकिन अंजू ने पति बबलू को जानकारी दी। बबलू भी वनंत्रा में काम करता था। दोनों से वहां से काम छोड़ने का निर्णय लिया।
जब यह बात पुलकित को पता लगी तो उसने उन्हें रोकने की कोशिश की। जब उन्होंने रुकने से मना कर दिया तो उसने बबलू पर चोरी का इल्जाम लगा दिया। अंजू का कहना है कि वह किसी तरह अपने पति के साथ जान और इज्जत बचाकर मेरठ आ आई। अगर वह वहां रह जाती तो उसका भी अंकिता वाला हाल होता।
अंजू जब वहां नौकरी करने गई थी तो वहां काम कर रहे एक बुजुर्ग कर्मचारी ने मुझे समझाया था कि यह जगह सही नहीं है, महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है, लेकिन मैंने उनकी बात तब अनसुनी कर दी। मैं आज भी घबराई हुई हूं।
अंजू ने कहा कि पुलकित कहता था कि वह किसी से नहीं डरता है, क्योंकि पिता रसूखदार नेता हैं इसलिए कोई उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। रिजॉर्ट में भारी मात्रा में शराब, सुल्फा, गांजा और नशे के कई तरह के सामान यहां पर स्टॉक किए जाते थे। पुलकित आर्य और उसके दोस्त के लिए वहां विशेष इंतजाम था। वहां विशेष लड़कियां आती थीं।
वनंत्रा में हमें एक महिला कर्मचारी और मिली, जो परिवार की खातिर आवाज नहीं उठा पा रही थी। लगता है कि उसके साथ भी गलत हुआ है इसलिए अपने को फंसता देखकर अंजू और बबलू दंपति ने वहां से निकलने की कोशिश कर रहे थे लेकिन रिजॉर्ट से निकलने में कामयाब नहीं हो पा रहे थे।
लोगों ने उन्हें बताया कि पुलिस को फोन करें लेकिन पुलिस को फोन करने के बाद यह जानकारी पता लगी कि ये पुलिस क्षेत्र नहीं है। यह राजस्व क्षेत्र है जिसके बाद हमने पटवारी को फोन किया तो पटवारी ने यहां पर आकर पुलकित के साथ पार्टी की और हमें बुलाकर उल्टा धमकाया। साथ ही पटवारी ने इस बात की भी हिदायत दी कि अगर यहां ज्यादा तेज बनने की कोशिश करोगे तो उन्हें अंजाम भुगतने होंगे। पटवारी को देखकर ऐसा लग रहा था कि यह सरकारी मुलाजिम नहीं बल्कि पुलकित का वफादार नौकर है।
वनंत्रा रिजॉर्ट में काम करने वाली पूर्व महिला कर्मचारी ने बताया कि पुलकित की पत्नी भी रिजॉर्ट आती थी। उसने मुझे अपने साथ घर में रखने की बात कही और बोली कि यह जगह तुम्हारे लिए सही नहीं है, मेरे घर में काम कर लो। महिला कर्मचारी ने अपने पति से बात करने की बात बोली। साथ ही इस युवती ने कहा कि पुलकित की पत्नी स्वाति सहृदय महिला है, लेकिन पुलकित शातिर खिलाड़ी इसलिए वह अपनी पत्नी और परिवार को दिखाने के लिए चोला बदल लेता था।
हालांकि अंकिता मर्डर केस में पुलकित समेत 3 लोग जेल की सलाखों में पहुंच गए हैं और सरकार ने वनंत्रा रिजॉर्ट पर बुलडोजर भी चलवा दिया है, उग्र भीड़ उसके कारोबार को आग के हवाले कर चुकी है। लेकिन मेरठ की अंजू आज भी घबराई हुई है। इसी के साथ वह चाहती है कि अंकिता को इंसाफ मिले। इंसाफ दिलाने के लिए उसने हिम्मत भी जुटाई और पुलकित के राज को उजागर भी किया है।