कानपुर। उत्तरप्रदेश में करोना संक्रमण उपचार के लिए किफायती वेंटिलेटर के विकास को एक बड़ा बढ़ावा देते हुए एक प्रमुख रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL), नोखा रोबोटिक्स, आईआईटी कानपुर के एक इंक्यूबेटेड स्टार्टअप द्वारा विकसित वेंटिलेटर के बड़े पैमाने पर निर्माण के लिए आगे आया है।
एक समझौता ज्ञापन बीडीएल, आईआईटी कानपुर, आईआईटी कानपुर के इंक्यूबेटर फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड रिसर्च इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (FIRST) और नोका रोबोटिक्स प्राइवेट लिमिटेड (NRPL) के बीच हाल ही में हस्ताक्षरित किया गया है।
बताते चलें कि आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर अमिताभ बंद्योपाध्याय के नेतृत्व में समग्र पर्यवेक्षण के तहत नोका रोबोटिक्स ने गंभीर रूप से बीमार COVID-19 रोगियों को जीवनदान देने के लिए आवश्यक उच्चस्तरीय स्वदेशी वेंटिलेटर को डिजाइन और विकसित किया।
महत्वपूर्ण रोगी को सहायता प्रदान करने के अलावा वेंटिलेटर के डिजाइन में फ्रंटलाइन हेल्थकेयर कार्यकर्ताओं को वायरस के संपर्क से बचाने के लिए अद्वितीय विशेषताएं हैं। इस नवाचार के शीर्ष पर आईआईटी कानपुर के 3 युवा स्नातक हैं- निखिल कुरेल, हर्षित राठौर और तुषार अग्रवाल।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना का समर्थन करने के लिए प्रख्यात व्यापारिक लीडरों, चिकित्सा उपकरणों के उद्योग के विशेषज्ञों और भारत और विदेश के अनुभवी चिकित्सकों के एक समूह ने आगे आकर पूरी परियोजना के लिए अपनी सलाह प्रदान की।
20 अप्रैल की शुरुआत से टीम के साथ बीडीएल के संघ ने परियोजना को सही गति प्रदान की है और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस) से मूल्यवान मार्गदर्शन और इनपुट भी प्राप्त किया है। इस तालमेल का नतीजा यह है कि 5 सप्ताह के भीतर एनआरपीएल शुरू से ही पूरी तरह कार्यात्मक प्रोटोटाइप के उत्पादन में स्थानांतरित हो गया है, जो स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी तकनीकी विशेषताओं और विशिष्टताओं के अनुरूप है।
क्या बोले आईआईटी निदेशक : प्रो. अभय करंदीकर, आईआईटी कानपुर के निदेशक ने कहा कि एक सस्ती वेंटिलेटर विकसित करने की हमारी परियोजना मजबूती से कामयाबी की ओर जा रही है और अब भारत डायनेमिक्स लिमिटेड के समर्थन के साथ हम उत्पादन को बढ़ाने और इस महत्वपूर्ण उपकरण को 'मेक इन इंडिया' उत्पाद के रूप में व्यापक रूप से उपलब्ध कर पाएंगे।
मैं इस पहल के लिए कमोडोर सिद्धार्थ मिश्रा, सीएमडी, बीडीएल का बहुत आभारी हूं और मैं स्वदेशी डिजाइन और विकास को प्रोत्साहित करने के लिए हमारे साथ जुड़ने के लिए और अधिक ऐसे उद्यमों को आमंत्रित करना चाहता हूं।
क्या बोले बीडीएल के प्रबंध निदेशक : सिद्धार्थ मिश्रा (सेवानिवृत्त), भारत डायनामिक्स लिमिटेड (बीडीएल) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ने कहा कि आईआईटी कानपुर के युवा इंजीनियरों ने इतने कम समय में जो हासिल किया है, उससे मैं वास्तव में बहुत प्रभावित हूं और मुझे उम्मीद है कि इस तरह के और अधिक अभिनव समाधान भारतीय तकनीशियनों से आएंगे। मुझे खुशी है कि भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) ने बड़े पैमाने पर इन वेंटिलेटर के निर्माण में आईआईटी कानपुर के साथ भागीदारी की है। हम इस महत्वपूर्ण समय पर देश की सेवा करने के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे।