Kannauj railway station accident News update : उत्तरप्रदेश के कन्नौज जिले में निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन का लिंटर गिरने से मजदूरों की जान पर बन आई है। इस रेलवे स्टेशन का निर्माण अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 13 करोड़ रुपए की लागत से हवाई अड्डे की तरह विकसित किया जा रहा था। हादसे के समय लगभग 50 मजदूर काम कर रहे थे। जैसे ही लिंटर भरभरा कर गिरा उसकी चपेट में 46 मजदूर आ गए।
आनन-फानन से आसपास के लोग इकट्ठा हो गए, पुलिस-प्रशासन और राहत बचाव दल मौके पर दौड़ पड़ा। रेलवे स्टेशन हादसे में घायलों की संख्या अभी तक 25 हो गई है। 2 घायल मजदूरों की जिला अस्पताल से छुट्टी हुई। 13 मजदूरों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। 10 गंभीर घायलों की मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। मलबे में अभी भी कुछ मजदूर दबे होने की आशंका है। डीएम-एसपी ने घायल मजदूरों का हालचाल जाना। एसडीआरएफ द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है।
मौके पर करीब 6 घंटे से रेस्क्यू आपरेशन चल.रहा है। मलबे में मजदूरों के दबे होने की आशंका के चलते एसडीआरएफ की टीम को भी लगाया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही मंत्री असीम अरुण ने जिला अस्पताल में घायलों का हाल जानने पहुंचे हैं और घायलों के परिजनों को भरोसा दिया क सरकार उनकी हरसंभव मदद करेंगी।
घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी का गठन भी किया गया है। इस जांच टीम में मुख्य इंजीनियर/प्लानिंग एवं डिजाइन, अपर मंडल रेल प्रबंधक/इज्जतनगर एवं मुख्य सुरक्षा आयुक्त/रेलवे सुरक्षा बल शामिल होंगे। गोरखपुर पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज सिंह ने मीडिया को बताया है कि इस हादसे में घायल मजदूरों का समुचित इलाज चिकित्सालय में करवाया जा रहा है। घटना में घायल मजदूरों की Ex-Gratia राशि को बढ़ाया गया है। मामूली रूप से घायलों को 50 हजार रुपए तथा गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख 50 हजार रुपए दिए जाएंगे।
रेलवे स्टेशन हादसे में रेलवे कि रेस्क्यू टीम भी पहुंच गई हैं। रेलवे रेस्क्यू टीम को कासगंज से एक स्पेशल ट्रेन के जरिए लाया गया है। अब एसडीआरएफ के साथ रेलवे टीम भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई है। यह टीम जल्दी से जल्दी पूरा लेंटर काटकर निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन बिल्डिंग के दबे मजदूरों को बाहर निकालेगी क्योंकि अभी मलवे में मजदूरों के दबे होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
बनने से पहले गिर रहे हैं रेलवे स्टेशन : अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि भाजपा के राज में कैसे रेलवे स्टेशन बन रहे हैं जो पूरा बनने से पहले ही गिर रहे है। अंग्रेजों के राज में बने रेलवे स्टेशन आज भी जस के तस है, भाजपा के राज में निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन का गिरना चिंतन का विषय है।