कानपुर। कानपुर के पनकी थाना के अंतर्गत देर रात के अजीबोगरीब मामला सामने आया। यहां पर पांडु नदी पुल के नीचे से 'पानी पिलाओ-पानी पिलाओ' की आवाज सुनकर मौके पर पहुंची डायल 112 के पुलिसकर्मी अंधेरे में अजीबोगरीब हालत में युवक का चेहरा देख भूत समझकर पीछे हट गए।
काफी देर के बाद जब इंसान होने की पुष्टि हुई तो पुलिस टीम पास में गई और अजीबोगरीब दिख रहे युवक को जंजीर से मुक्त करवाकर पानी पिलाया। युवक को पूछताछ को बाल संरक्षण गृह भेज दिया गया।
अजीबोगरीब तरह से दिखा रहा था युवक : प्रत्यक्षदर्शियों से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार देर रात पनकी के कपली मोड़ पर खड़े पीआरवी 2051 के कमांडर विजय कुमार, सब कमांडर वीरेंद्र कुमार व चालक शिव प्रबल प्रताप सिंह ने पास में स्थित पांडु नदी पुल के नीचे से किसी के चीखने की आवाज सुनी।
मौके पर पहुंची पुलिस टॉर्च की रोशनी में नदी में उतरकर पिलर तक पहुंची। यहां पिलर के गाटर पर जंजीर से बंधे अजीबोगरीब तरह से आवाज निकाल रहे युवक को देखकर होश उड़ गए। भूत समझकर डायल 112 पुलिस टीम भी एक कदम पीछे हट गई।
तत्काल थाने को जानकारी दी। सूचना मिलते ही इंडस्ट्रियल एरिया चौकी प्रभारी सतीश कुमार सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। अजीबोगरीब हालत में जंजीर से झगड़ा युवक पुलिस से पानी की गुहार लगाने लगा। इसके बाद तत्काल पुलिस जंजीर से जकड़े युवक के पास पहुंची। पानी पिलाकर उसे जंजीरों से मुक्त कराकर ऊपर लेकर आई।
युवक ने अपना नाम बिहार के समस्तीपुर निवासी पवन बताया। युवक ने बताया कि उसके पिता राजू सैनी ने लगभग 2 वर्ष पहले उसे कहीं ले जाकर छोड़ दिया था। इसके बाद वह भटकते हुए चकरपुर मंडी आ गया। यहां वह पल्लेदारी करने लगा। उसे बहता हुआ पानी देखना अच्छा लगता है। इसके चलते उसने खुद को जंजीरों से खुद को बांध लिया था।
क्या बोले थाना प्रभारी : पनकी इंस्पेक्टर अंजन कुमार सिंह ने बताया कि युवक विक्षिप्त है। करीब डेढ़ वर्ष पहले भी युवक ने खुद को इसी पुल के नीचे जंजीर से बांध लिया था। उस दौरान सचेंडी पुलिस ने उसे मुक्त कराया था। युवक की अजीब सी हरकतों को देख उसे बाल संरक्षण गृह भेजा गया है। थाना प्रभारी ने जंजीर से जकड़े युवक को भूत समझकर पुलिस टीम के पीछे हटने की बात से इनकार किया है।