लखनऊ। योगी सरकार ने अपने मंत्रियों के लिए एक एक्शन प्लान तैयार किया है। इसके तहत अब मंत्री हफ्ते में 4 दिन लखनऊ में रहेंगे तो 3 दिन जिलों में रात्रि प्रवास करेंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन की ओर से मंत्रियों के लिए दिनवार एजेंडा तय किया गया है। मंत्री सप्ताह में 4 दिन सोमवार, मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को लखनऊ में रहेंगे। लखनऊ में सोमवार को मंत्रियों को जनसमस्याओं के निस्तारण के लिए अपने दफ्तरों में शासकीय कार्यों के साथ जनसुनवाई भी करनी होगी।
मंगलवार को कैबिनेट की संभावित बैठक में शामिल होंगे और जनप्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगे। मंगलवार या बुधवार को शासन की ओर से गठित कमेटियों की होने वाली बैठकों में शामिल होंगे। साथ ही शुक्रवार, शनिवार, रविवार को जिलों में और प्रभारी जिलों में रात्रि प्रवास करेंगे।
इस के साथ लोक कल्याण के लक्ष्य को लेकर शासन स्तर पर अगले 5 साल तक की रणनीति बनाई गई है और उसी को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। अब टीम यूपी लोक कल्याण के संकल्प के साथ ग्राउंड जीरो पर उतरेगी। इसके लिए शासन स्तर पर रूपरेखा तैयार कर ली गई है। जल्द ही इसे अमल में लाया जाएगा।
इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि योजनाओं के क्रियान्वयन में अधिक से अधिक रोजगार सृजन पर फोकस करें।साथ ही विभागीय कार्यों, योजनाओं में और बेहतर करने का प्रयास करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कहा है कि जाकर एक बैठक या निरीक्षण कर न लौटें। उस जिले में रात्रि प्रवास करें। जनता से मिलकर फीडबैक लें। जनप्रतिनिधियों और अफसरों के साथ बैठक करें। वहां चल ही केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं की समीक्षा करें। वहीं, शनिवार और रविवार को मंत्री अपने-अपने क्षेत्र में रहेंगे। हां, यदि इस बीच कोई विभागीय, पार्टी संबंधी या व्यक्तिगत कारण हो तो इसमें बदलाव भी किया जा सकेगा।
इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मितव्ययता पर खास जोर दिया है।कहा है कि लगभग सभी जिलों में सरकारी गेस्ट हाउस आदि हैं। किसी भी जिले में दौरे पर जाएं तो मंत्री होटल में ठहरने की बजाए सरकारी गेस्ट हाउस में प्रवास करें।