लखीमपुरखीरी। एक तरफ किसान तीन कृषि कानून को लेकर परेशान है, वही किसान अपनी फसल की खरीद न होने से या उचित मूल्य न मिल पाने से निराश दिखाई दे रहा है। किसान धान की खरीद न होने से मानसिक संतुलन कायम नहीं रख पा रहे हैं, दर-दर फसल बेचने के लिए ठोकर खाने के बाद अपनी मंडी में रखी गेंहू को आग के हवाले कर रहे हैं।
ताजा मामला लखीमपुर खीरी जिले का है। यहां मोहम्मदी इलिके के काश्तकार समोध सिंह ने अपने धान पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। मिली जानकारी के मुताबिक समोध 14 दिन से धान बेचने के लिए स्थानीय मंडी में भटक रहे था। धान कोई खरीदने को तैयार नहीं हो रहा था। जिसके चलते वह निराश हो गया और विगत शुक्रवार को उसने धान की ढांग पर पट्रोल छिड़क कर आग लगा दी।
वहां मौजूद अन्य किसानों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन सुमोध और उसका परिवार फसल का मूल्य न मिल पाने से हताश थे। निराशा हावी होने के कारण उन्होंने मेहनत से उगाई धान को आग लगा दी। इस घटना के बाद अनाज मंडी में हड़कंप मच गया है और किसानों के बीच इसे लेकर भारी आक्रोश है।
धान को आग लगाने यह वीडियो वहां खड़े किसी शख्स ने बना लिया और जो अब वायरल हो रहा है। वीडियो में साफतौर पर दिखाई दे रहा है कि किसान पेट्रोल का डिब्बा लेकर धान के पास पहुंचा और उसने इसमें आग लगा दी।
किसान सुमोध का बेटा बीमार था, उसे पैसे की आवश्यकता थी। करीबन 14 दिन से धान बेचने के लिए मंडी में भटक रहा था, खरीद में टालमटोल हो रही थी। इस घटना के बाद यह कतई नहीं कहा जा सकता है कि किसानों के अच्छे दिन आ गए हैं।