मथुरा आजकल सुर्खियों में है। कभी यहां से पीएफआई के सदस्य गिरफ्तार होते हैं तो कभी मंदिर में नमाज या ईदगाह में हनुमान चालीसा पाठ होता दिखाई दे रहा है, लेकिन इन सबसे अलग एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पूरी मथुरा नगरी को हिलाकर रख दिया है।
कोविड-19 मरीज को आज मथुरा में जुडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। ऐसा माना जा रहा है कि देश का यह पहला ऐसा मामला है जहां किसी कोरोना पॉजिटिव को एंबुलेंस में लाकर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया है।
मथुरा में बीती शनिवार को नंदबाबा मंदिर में 2 मुस्लिम यात्रियों द्वारा जोहर की नमाज अदा की गई थी। इसके बाद पूरे उत्तरप्रदेश में भूचाल आ गया। सरकार ने इस मामले पर एक्शन लेते हुए जांच के आदेश दिए। मथुरा प्रशासन ने दोनों मुस्लिम यात्रियों समेत 4 लोगों पर मुकदमा पंजीकृत किया। फैजल खान द्वारा गत 29 अक्टूबर को नंदबाबा मंदिर के प्रांगण में नमाज अदा किए जाने के मामले में धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में बीते कल दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था।
आज मंदिर में नमाज अदा करने वाले आरोपी फैसल खान को छाता के ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। फैसल कोरोना पॉजिटिव निकला जिससे हड़कंप मच गया। माना जा रहा है कि देश में पहला ऐसा मामला है जहां कोरोना पेशेंट को एंबुलेंस में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया हो। ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने स्वयं कोर्ट से बाहर आकर एंबुलेंस में उसको देखा उसको ज्यूडिशियल रिमांड पर भेज दिया गया है।
अब गौरतलब यह है कि फैसल के संपर्क में कितने लोग आए थे। सरकारी महकमे में पुलिस-प्रशासन के लोग भी कल से फैजल के सम्पर्क में थे। इसके चलते कोरोना की एक लंबी चेन फिर से सामने आ सकती है।