लखनऊ। उत्तरप्रदेश के पंचायत चुनाव में हिंसा की घटनाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने आरोप लगाया कि राज्य में कानून का शासन नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा कि उत्तरप्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार में कानून का शासन नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है जिसके तहत यहां पंचायत चुनाव में हिंसा की असंख्य घटनाएं और लखीमपुर खीरी की एक महिला से की गई बदसलूकी की घटना अति-शर्मनाक है। क्या यही इनका कानून का राज व लोकतंत्र है? यह सोचने की बात है।
बसपा प्रमुख ने कहा कि आजमगढ़ जिले की तरह चन्दौली जिले के बर्थरा खुर्द गांव में भी दलितों के घरों को दबंगों द्वारा उजाड़ना व उत्पीड़न करना क्या यही इनका दलित प्रेम है? दुख यह भी है कि अभी भी केंद्र और राज्य सरकार के दलित मंत्री चुप हैं, क्यों? यह अति-चिन्तनीय है।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के पसगवां विकास खंड में क्षेत्र पंचायत प्रमुख के नामांकन के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) की उम्मीदवार के साथ अभद्रता, साड़ी खींचने और नामांकन पत्र फाड़ने की घटना हुई। इस मामले में शुक्रवार को संबंधित क्षेत्र के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ), पसगवां के थाना प्रभारी (एसएचओ), चौकी प्रभारी एक निरीक्षक और तीन उप निरीक्षकों समेत कुल छह पुलिस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।(भाषा)