फर्रुखाबाद। पूर्व विदेश मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद और एक अन्य के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। यह पूरा मामला डॉ. जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट से जुड़ा है और इस ट्रस्ट की परियोजना निदेशक पूर्व विदेश मंत्री की पत्नी लुईस खुर्शीद और सचिव अतहर फारुखी उर्फ मोहम्मद अतहर के खिलाफ फर्जीवाड़े और धोखाधड़ी को लेकर मुकदमा चल रहा है।
इस मामले में भारत सरकार से दिव्यांगों को उपकरण बांटने के लिए डॉ. जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट को 30 मार्च 2010 को 71.50 लाख रुपए मिले थे। इसमें से 4 लाख से फर्रुखाबाद में कैंप लगाकर दिव्यांगों को उपकरण बांटे जाने थे। लेकिन इस मामले में आरोप है कि न कोई कैंप लगाया गया और न ही उपकरण बांटे गए और जाली रिपोर्ट के आधार पर अनुदान का बंदरबांट किया गया। इसके बाद 3 जून 2010 को 32 लाभार्थियों की सूची सत्यापन रिपोर्ट के साथ भारत सरकार को भेजी गई थी। भारत सरकार के आदेश पर प्रदेश सरकार ने इसकी जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन उत्तरप्रदेश लखनऊ को सौंपी।
इस पूरे मामले की जांच निरीक्षक रामशंकर यादव ने की और उन्होंने जांच में पाया कि सूची सत्यापन में तहसीलदार कायमगंज में न तो कोई कैंप लगाया गया था और न ही दिव्यांगों को उपकरण बांटे गए थे। इसके बाद लुईस खुर्शीद व ट्रस्ट के सचिव अतहर फारूखी के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया गया। अब इस मामले की अगली सुनवाई 16 अगस्त 2021 को होगी।