कानपुर। उत्तरप्रदेश के कानपुर में थाना चौबेपुर के अंतर्गत 2 व 3 जुलाई की मध्यरात्रि हुए बिकरू कांड में अपराधी विकास दुबे का सहयोग करने वाले पुलिसकर्मियों पर भी अब कार्रवाई की तलवार लटक रही है। एसआईटी की जांच के दौरान दोषी मिले पुलिसकर्मियों को नोटिस जारी होने का सिलसिला शुरू हो गया है।
एसआईटी ने इंस्पेक्टर रैंक से लेकर सिपाही तक के 37 पुलिसकर्मियों को दोषी माना था। अब कानपुर डीआईजी ने वृहद दंड व लघु दंड पाए 12 पुलिसकर्मियों को नोटिस जारी किया है। नोटिस में एक निश्चित समय के अंदर आरोपित पुलिसकर्मियों को यह बताने को कहा गया है कि उन्होंने अपराधी विकास दुबे की मदद क्यों की और क्यों उसके जुर्मों पर पर्दा डाले रहे थे। नियमानुसार जवाब आने के बाद ही तय होगा कि कौन कितना दोषी है और उसे क्या दंड दिया जाए।
कौन-कौन थे दोषी पुलिसकर्मी : एसआईटी जांच के दौरान धारा 14 (2) लघु दंड के तहत एसआई दीवान सिंह, इंस्पेक्टर बजरिया राममूर्ति यादव, सिपाही विकास कुमार, हेड कांस्टेबल चौबेपुर लायक सिंह और कुंवर पाल सिंह तो वहीं धारा 14 (1) बड़ा दंड के तहत एसआई चौबेपुर केके शर्मा व पूर्व एसओ चौबेपुर विनय तिवारी (दोनों ही जेल में हैं), एसआई अजहर इशरत, कुंवरपाल सिंह, विश्वनाथ मिश्रा, रिक्रूट आरक्षी राजीव कुमार, सिपाही चौबेपुर अभिषेक कुमार को आरोपित बनाया गया था।
क्या बोले डीआईजी : डीआईजी कानपुर डॉ. प्रीतिन्दर सिंह ने बताया कि एसआईटी की जांच में पाया गया दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ नोटिस जारी की गई है और सभी को जल्द से जल्द नोटिस का जवाब देना होगा।