बागपत। कड़ाके की ठंड और बर्फीली हवाओं के साथ तापमान गिर रहा है, वहीं कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' से उत्तरप्रदेश में राजनीतिक पारा बढ़ गया है। पश्चिमी उत्तरप्रदेश की गन्ना बेल्ट और चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि बागपत में बुधवार की सुबह राहुल गांधी ने 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू कर दी है।
राहुल की इस यात्रा से किसान बेहद खुश हैं। सर्द मौसम में भी ट्रैक्टर ट्रॉली पर पश्चिम यूपी के किसान राहुल गांधी से मिलने पहुंच रहे हैं। बागपत के मवीकलां में बुधवार की सुबह खुशगवार थी, क्योंकि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने प्रात: 6 से बजे से सड़क पर पैदल चलकर 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू कर दी, जो बागपत, सिसाना, गौरीपुर से होकर गुफा वाले मंदिर पर पहुंचेगी और कुछ घंटे विश्राम के लिए रुक जाएगी। दोपहर में राहुल यहां लंच करेंगे और माना जा रहा है कि इस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी साथ रहेंगी।
3 बजे यह यात्रा सरूरपुर के एचपी पेट्रोल पंप से शुरू होते हुए बड़ौत और उसके छपरौली चुंगी पहुंचेगी। यहां पर राहुल नुक्कड़ सभा करेंगे। वहीं अपने बीच टीशर्ट में कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी को पाकर किसान बेहद प्रसन्न हैं और जगह-जगह फूलों के साथ स्वागत किया जा रहा है। माना जा रहा है कि अकेले बागपत में लगभग 4 क्विंटल फूलों से राहुल का स्वागत होगा।
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की राजनीतिक धुरी बागपत रही है। चौधरी साहब के बाद अजीत सिंह ने राष्ट्रीय लोकदल की कमान संभाली थी। अजित सिंह के देहांत के बाद चौधरी जयंत सिंह दादा चरण सिंह और पिता अजित सिंह की विरासत को संभालने का प्रयास कर रहे हैं। उनकी विरासत के धरातल पर आज कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' चहलकदमी कर रही है।
हालांकि कांग्रेस पार्टी की तरफ से चौधरी जयंत को भी 'भारत जोड़ो यात्रा' में आमंत्रित किया गया है। जयंत ने यात्रा का स्वागत करते हुए ट्वीट किया है- 'भारत जोड़ो यात्रा' के तपस्वियों को सलाम! देश के संस्कार के साथ जुड़कर उत्तरप्रदेश भी चल रहा है। ये अभियान सार्थक हो और एक सूत्र में लोगों को जोड़ते रहे।'
जयंत चौधरी के इस ट्वीट के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। राष्ट्रीय लोकलद के सुप्रीमो चौधरी
जयंत सिंह ने राहुल गांधी को 'तपस्वी' कह अपना उदार पक्ष सामने रख दिया है। पश्चिमी उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर में हाल ही में हुए खतौली उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। सरकार और भाजपा नेताओं की जीत के लिए पूरी कोशिश बेकार हो गई। रालोद के मदन भैया ने जीत हासिल करते हुए जयंत को किसानों का मसीहा बना दिया।
राजनीति के जानकारों के मुताबिक भाजपा की घेराबंदी के लिए जयंत चौधरी गठबंधन के साथ राहुल गांधी को भी अपने साथ जोड़़ सकते हैं, वहीं किसान आंदोलन से किसानों को एक छत के नीचे जोड़ने वाले राकेश टिकैत हरियाणा में 'भारत जोड़ो यात्रा' का हिस्सा बन सकते हैं। जहां इस यात्रा से राजनीति गर्माई हुई है, वहीं किसान खुश हैं और उनका कहना है कि यह पदयात्रा मील का पत्थर साबित होगी।
Edited by: Ravindra Gupta