लखनऊ। उत्तरप्रदेश के लखनऊ में मंगलवार को समाजवादी पार्टी मुख्यालय में मेरठ विधायक रफीक अंसारी के नेतृत्व में उत्तरप्रदेश बुनकर सभा के अध्यक्ष हाजी इफ्तेखार अहमद अंसारी और मीडिया नसीम अंसारी के साथ आए सैकड़ों बुनकर भाइयों ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की और अपना ज्ञापन सौंपा।
अखिलेश यादव ने बुनकर समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना संकट और लाकडाउन से सबसे ज्यादा आर्थिक संकट में बुनकर हैं। उन्हें बिजली की पुरानी सुविधा मिलनी चाहिए। समाजवादी सरकार में वाराणसी में 24 घंटे बिजली दी जा रही थी। यद्यपि यूपी का बिजली कोटा केंद्र ने नहीं बढ़ाया था। भाजपा राज में एक यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं हुआ।
समाजवादी सरकार में भदोही में एक्सपोमार्ट बनाया गया था। कारपेट बाजार बनाया था और भदोही तक चारलेन सड़क बनवाई थी ताकि बुनकर भाइयों को अपना उत्पाद बाहर भेजने में दिक्कत न हो। बुनकर समाज के प्रति भाजपा सरकार भेदभाव अन्याय और राजनीतिक उपेक्षा प्रदर्शित कर रही है। वह चालाकी की राजनीति करती है, लेकिन आप सब का यह आक्रोश 2022 में परिवर्तन पर मुहर लगाएगा।
उन्होंने कहा कि बुनकर और समाजवादी पार्टी के रिश्ते अटूट हैं। बुनकर समाज को आज जो तकलीफें उठानी पड़ रही हैं, समाजवादी सरकार बनने पर उन्हें दूर करने में पीछे नहीं रहेंगे। यादव ने कहा कि भाजपा से सभी लोग सतर्क रहें। वह चुनाव निष्पक्षता से नहीं होने देना चाहती है।
वह चुनाव में धांधली को अपना हथियार बनाती हैं, इसलिए 2022 के चुनावों में सावधानी से वोट डालना होगा। समाजवादी पार्टी की जीत लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।