लखनऊ। कानपुर देहात के मड़ौली गांव में मां-बेटी की जलकर हुई मौत से पहले का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में कानपुर देहात कलक्ट्रेट पहुंचा शिवम कड़ाके की ठंड में अधिकारियों के सामने कपड़े उतारता हुआ नजर आ रहा है।
वायरल वीडियो को लेकर समाजवादी पार्टी ने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से योगी सरकार से सवाल किया है कि आरोपी डीएम,एसडीएम और अन्य अधिकारियों पर कब चलेगा बुलडोजर?
कपड़े उतारते नजर आ रहा है शिवम : मड़ौली गांव में मां बेटी की जलकर हुई दर्दनाक मौत के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो 14 जनवरी का बताया जा रहा है। सरकारी जमीन से आंशिक कब्जा हटाए जाने के बाद उसी रात कृष्ण गोपाल पत्नी प्रमिला, बेटी नेहा, बेटों शिवम, अंश व बहू और मवेशियों को लेकर कलक्ट्रेट पहुंच गए थे।
इस दौरान कड़ाके की ठंड में कलक्ट्रेट परिसर में ही मृतका का बेटा शिवम प्रशासनिक अधिकारियों के सामने पैंट, कमीज उतारता हुआ नजर आ रहा है। वायरल वीडियो में मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारी शिवम को पकड़ने के पुलिस को निर्देश देते हुए भी नजर आ रहे हैं।
कब चलेगा बुलडोजर : कानपुर देहात में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को लेकर समाजवादी पार्टी योगी सरकार पर निशाना साधा है। समाजवादी पार्टी ने टि्वटर हैंडल पर वायरल वीडियो को लगाकर कहा गया है कि कानपुर देहात में मां बेटी के जान गवाने से पहले से प्रशासन कर रहा था परिवार का शोषण। मृतका के बेटे को बीती 14 जनवरी को कड़कती ठंड में कपड़े उतरवाकर जीप में बैठाया गया था। शर्मनाक। आरोपी डीएम, एसडीएम और अन्य अधिकारियों पर कब चलेगा बुलडोजर?
क्या था मामला - कानपुर देहात मैथा तहसील के मड़ौली गांव में कृष्ण गोपाल दीक्षित के खिलाफ अवैध कब्जा करने की शिकायत थी। 13 फरवरी को एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद,पुलिस व राजस्व कर्मियों के साथ गांव में अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे। इस दौरान जेसीबी से नल और मंदिर तोड़ने के साथ ही छप्पर गिरा दिया। इससे छप्पर में आग लग गई और वहां मौजूद प्रमिला (44) व उनकी बेटी नेहा (21) की आग की चपेट में आने से जलकर मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कृष्ण गोपाल गंभीर रूप से झुलस गए थे।
पुलिस ने परिवार की तहरीर के आधार पर एसडीएम, लेखपाल व थाना प्रभारी सहित 39 लोगों के ऊपर मुकदमा दर्ज कर लिया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस जेसीबी चालक व लेखपाल अशोक सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पूरे मामले की जांच एसआईटी कर रही है।