मथुरा। योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा है कि यदि हमें देश को वास्तव में आत्मनिर्भर बनाना है तो हमें स्वदेशी को पूरी तरह से अपनाना होगा और तभी भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो सकेगा। रामदेव यहां बुधवार शाम महावन स्थित कार्ष्णि उदासीन आश्रम में प्रसिद्ध कथावाचक मोरारी बापू का रामचरित मानस पाठ सुनने आए थे।
इस दौरान उन्होंने बातचीत में कहा कि विदेशी कंपनियों ने अभी तक भारत को जी भरकर लूटा है और अगर हमें देश को वास्तव में आत्मनिर्भर बनाना है तो हमें स्वदेशी को पूरी तरह से अपनाना होगा और तभी भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो सकेगा।
इस मौके पर योग गुरु ने एक बार फिर हाथी की सवारी की, लेकिन अंतर इतना था कि उन्होंने इस बार अपना हर कदम बहुत सावधानी से उठाया। उन्होंने न केवल हाथी की सवारी का भरपूर आनंद लिया बल्कि वे दोनों ओर पैर फैलाकर बैठे और अनुलोम-विलोम, प्राणायाम भी किया। गौरतलब है कि 13 अक्टूबर को जब वे महावन आए थे तब हाथी पर बैठकर योगासन करते समय गिर पड़े थे। (भाषा)