Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश अब तकनीकी क्षेत्र में एक नई पहचान बनाने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। राज्य सरकार की एक महत्त्वाकांक्षी योजना के तहत यूपी को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का हब बनाया जाएगा। इस पहल के अंतर्गत आगामी 4 से 6 महीनों में 10 लाख युवाओं को एआई और डिजिटल तकनीकों में प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे उन्हें भविष्य के रोजगार के लिए तैयार किया जा सके। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तकनीक के इस युग में हम अपने युवाओं को पीछे नहीं छोड़ सकते।
आईटी विभाग ने इस योजना को 6 प्रमुख विभागों के साथ मिलकर लागू करने की रणनीति बनाई है। यह सिर्फ एक प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं, बल्कि युवाओं के तकनीकी सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस योजना से छात्रों, प्रोफेशनल्स और बेरोजगार युवाओं को नई दिशा मिलेगी, साथ ही राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
सरकार ने इस परियोजना की निगरानी के लिए सेंटर फॉर ई-गवर्नेंस को नोडल एजेंसी के रूप में नियुक्त किया है। यह संस्था प्रशिक्षण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के साथ-साथ इसका असर भी मूल्यांकित करेगी। प्रशिक्षण ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से दिया जाएगा, जिससे गांवों और दूरदराज के इलाकों में भी युवाओं को अवसर मिल सके।
राज्य सरकार का मानना है कि यह पहल उत्तर प्रदेश को डिजिटल इंडिया मिशन के केंद्र में ला सकती है। इससे न केवल युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिलेगा, बल्कि स्टार्टअप और इनोवेशन को भी बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तकनीक के इस युग में हम अपने युवाओं को पीछे नहीं छोड़ सकते। एआई में दक्षता उन्हें भविष्य के लिए तैयार करेगी।यह योजना यूपी को न सिर्फ तकनीकी रूप से समृद्ध बनाएगी, बल्कि एक आत्मनिर्भर और नवाचार प्रधान राज्य की नींव भी रखेगी। अब यूपी सिर्फ कृषि और संस्कृति के लिए नहीं, बल्कि तकनीकी नवाचार का केंद्र भी कहलाएगा।