लखनऊ। ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए हुए नामांकन के दौरान यूपी में गुरुवार को जमकर बवाल हुआ। सीतापुर के कमलापुर में कसमंडा ब्लॉक के प्रत्याशियों के बीच गोलीबारी हुई और बम चले। वहीं अमरोहा, उन्नाव, बुलंदशहर, अयोध्या, संत कबीर नगर, मैनपुरी, कन्नौज, सिद्धार्थ नगर, आजमगढ़, जौनपुर, गोरखपुर समेत कई जिलों में भी मारपीट व बवाल की घटनाएं सामने आई हैं। इस बीच भाजपा ने 292 सीटों पर जीत पक्की होने का दावा किया है। इन सीटों पर 1-1 पर्चा ही दाखिल हुआ है।
सभी जिलों में राज्य निर्वाचन आयोग ने कड़ी सुरक्षा का दावा किया था, लेकिन प्रत्याशियों और समर्थकों की गुंडई के आगे पुलिस की एक नहीं चली। सीतापुर में निर्दलीय प्रत्याशी का नामांकन रोकने को लेकर हुई गोलीबारी में 3 लोग घायल हो गए। एडीजी जोन एसएन साबत ने मौके पर पहुंचकर हालात संभाले।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय सिद्धार्थनगर के इटवा ब्लॉक प्रमुख चुनाव में पत्नी का पर्चा दाखिल करवाने पहुंचे। उनके हाथ से पर्चा छीनकर फाड़े जाने का आरोप है। इसके बाद भाजपा-सपा कार्यकर्ताओं के बीच पथराव भी हुआ। वहीं बुलंदशहर के स्याना ब्लॉक पर काफी फोर्स होने के बावजूद बीजेपी के घोषित और अघोषित महिला प्रत्याशियों के समर्थक भिड़ गए। लखीमपुर के पसगंवा ब्लॉक में सपा की महिला प्रत्याशी रितु सिंह के साथ अभद्रता की गई। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने बीजेपी पर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयुक्त से शिकायत की है।
भाजपा ने सपा पर आरोप लगाया है कि सपा के लोगों की कार्यसंस्कृति, सोच में कोई बदलाव नहीं आया है। प्रदेश में निष्पक्ष तरीके से चुनाव हो रहे हैं तो धनबल और बाहुबल के सहारे जीतने वालों में बौखलाहट है।
एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि जहां भी बवाल और हिंसा के मामले सामने आए हैं, वहां आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मतदान के लिए सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। चुनाव बाद के भी विवादों पर नजर रखी जाएगी। निर्वाचन अवधि के दौरान शस्त्र प्रदर्शन प्रतिबंधित रहेगा। नामांकन कक्ष के सौ मीटर की परिधि में सुरक्षा घेरा रहेगा। चेकिंग के बाद ही लोगों को प्रवेश मिलेगा।