प्रयागराज। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में सोमवार को छात्रों और सुरक्षाकर्मियों में जमकर हंगामा हुआ। विश्वविद्यालय में एक छात्र नेता को वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी ने घुसने नहीं किया। इसके चलते तनातनी हो गई। देखते-देखते मामला संघर्ष में तब्दील हो गया, लाठीचार्ज, पथराव और फायरिंग भी हो गई। इसमें कई छात्र चोटिल भी हुए हैं। विवाद बढ़ता हुए देखकर प्रयागराज कमीश्नर, डीएम समेत तमाम अधिकारी यूनिवर्सिटी पहुंच गए। फिलहाल स्थिति नियत्रंण में है, दोनों पक्षों को बीच बातचीत चल रही है।
गेट खोलने से मना किया : इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रों का कहना है कि सोमवार को छात्र नेता विवेकानंद पाठक विश्वविद्यालय कैंपस स्थित बैंक में जाने की लिए पहुंचे थे। वहां मौजूद सुरक्षा गार्ड ने गेट खोलने से मना कर दिया। इसके चलते गार्ड और छात्र के बीच कहासुनी हो गई। कहासुनी मारपीट में बदल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उस समय दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामला शांत कर दिया।
छात्रों का आरोप है कि कुछ देर बाद विश्वविद्यालय के अंदर बड़ी संख्या में गार्ड आ गए। उन्होंने गेट बंद करके छात्रों पर लाठियां चलानी शुरू कर दीं। इस लाठीचार्ज में छात्र नेता विवेकानंद पाठक, एलएल बी के छात्र अमित समेत आधा दर्जन से अधिक छात्र घायल हो गए।
गुस्साए छात्रों ने वाहनों में लगाई आग : छात्रों के साथ मारपीट की सूचना जैसे ही अन्य छात्रों को मिली तो वे आक्रोशित होकर यूनिवर्सिटी कैंपस में उत्पात मचाने लगे। वहां खड़े वाहनों को क्षतिग्रस्त करते हुए आग के हवाले कर दिया। मौके पर कई थानों की फोर्स ने पहुंच कर हल्का बल प्रयोग करते हुए स्थिति को नियत्रंण में कर लिया है।
फीस वृद्धि को लेकर प्रदर्शन : 100 दिन से इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र फीस वृद्धि के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी का माहौल तनावपूर्ण है, जिसके चलते विश्वविद्यालय में विशेष सतर्कता रखी जा रही है। ऐसे में छात्रों द्वारा पथराव और सुरक्षाकर्मियों द्वारा फायर करना चिंता का विषय है।
पुलिस-प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रबंधन की मौजूदगी में सुरक्षा गार्ड और छात्रों के बीच बातचीत चल रही है। सुरक्षा के मद्देनजर आनंद भवन से यूनिवर्सिटी छोर पर आवाजाही रोक दी गई है। पूरी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।