लखनऊ। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक करने के लिए जल्द ही ई-अस्पताल शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। इसको लेकर सरकार ने तैयारियां शुरू भी कर दी हैं। बताया जा रहा है कि सब कुछ ठीक रहा तो 2 साल के अंदर उत्तर प्रदेश में 33 ई-अस्पताल का संचालन होने लगेगा।
प्रशासनिक सूत्रों की माने तो केंद्र के डिजिटल हेल्थ मिशन पर यूपी ने पहले ही काम शुरू कर दिया था। अब इसे तेजी से आगे बढ़ाने पर फोकस है। अगले दो साल में प्रदेश के 33 मेडिकल कॉलेजों में ई-अस्पताल की सुविधा शुरू करने की योजना है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर तैयारी भी शुरू कर दी है। इस सुविधा के शुरू होते ही मरीजों को घर बैठे अस्पताल में पंजीकरण, डॉक्टर से अपाइंटमेंट जैसी सुविधाएं मिल सकेंगी। फार्मेसी, पैथॉलाजी सहित अन्य सभी प्रकार की जांच भी आपस में जुड़ी रहेंगी।
मरीज को दिए गए यूनिक आईडी नंबर को डालते ही एक क्लिक पर उसकी पुरानी बीमारी, अब तक हुए इलाज और जांचों का सारा ब्योरा स्क्रीन पर सामने आ जाएगा और उसे इलाज के लिए दर-दर नहीं भटकना पड़ेगा एक ही स्थान पर उसे समुचित इलाज भी मिल जाएगा।
आपको बताते चलें कि प्रदेश में आधा दर्जन मेडिकल कॉलेजों में इसे शुरू किया जा चुका है। योगी सरकार के पहले कार्यकाल में छह मेडिकल कॉलेजों के साथ ही दो अन्य संस्थानों में ई-अस्पताल सुविधा शुरू की गई थी।