देहरादून। उत्तराखंड के कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और गृहमंत्री अमित शाह के बीच संसद भवन में हुई बैठक में मुख्यमंत्री के नाम के संबंध में पार्टी आलाकमान के फैसले से उन्हें अवगत करा दिए जाने की चर्चा है। यह भी बताया जा रहा है कि सोमवार देर रात उत्तराखंड में कौन मुख्यमंत्री बनेगा? इन तमाम बिंदुओं को लेकर चर्चाएं प्रधानमंत्री के साथ राष्ट्रीय आलाकमान की हो चुकी हैं। इसके बाद ही आलाकमान ने धामी को प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और पार्टी के संगठन मंत्री के साथ दिल्ली बुलाया।
मंगलवार को दिल्ली पहुंचे पुष्कर सिंह धामी, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और पार्टी के संगठन मंत्री के साथ सबसे पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मुलाकात करने पहुंचे। इसके बाद प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी से मुलाकात हुई। इसके बाद धामी सीधे अनिल बलूनी के आवास में पहुंचे, जहां लगभग 40 मिनट बैठकर बलूनी की गाड़ी में वे संसद भवन पहुंचे।
बीजेपी के सीएम पद के प्रत्याशी की हार के बाद कभी उसे सीएम न बनाने के इतिहास के मद्देनजर यह चर्चा जोरों पर है कि शायद इस बार भी पार्टी इतिहास को ही दोहराएगी और पुष्कर सिंह धामी को सीएम बनाना कठिन होगा। इसी कारण उत्तराखंड में नए मुख्यमंत्री को लेकर राजधानी दिल्ली में तापमान बढ़ गया है। उत्तराखंड भाजपा से जुड़े महत्वपूर्ण नेता दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। उत्तराखंड के लगभग सभी नवनिर्वाचित विधायक इस वक्त दिल्ली में मौजूद हैं।
वरिष्ठ नेताओं ने आलाकमान से गुजारिश की है कि प्रदेश में 5 साल के लिए एक स्थायी मुख्यमंत्री के तौर पर किसी अनुभवी व्यक्ति को जगह दी जाए। साल 2024 में लोकसभा चुनाव और भविष्य में नगर निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर पार्टी फूंक-फूंककर ही कोई कदम रखना चाहती है। नए मुख्यमंत्री के लिए जिन नामों पर चर्चा है, उनमें सांसद और राज्यमंत्री अजय भट्ट, पूर्व मंत्री और सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व मंत्री धनसिंह और पूर्व मंत्री सतपाल महाराज जैसे नाम शुमार किए गए हैं।