कोटे में कोटा मंजूर नहीं-मायावती
गोंडा/बहराइच , शुक्रवार, 3 फ़रवरी 2012 (23:30 IST)
उत्तरप्रदेश के पिछड़ेपन के लिए केन्द्र के असहयोगपूर्ण रवैये को जिम्मेदार ठहराते हुए राज्य की मुख्यमंत्री एवं बसपा मुखिया मायावती ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पर अंग्रेजों की तरह ‘बांटो और राज करो’ की नीति अपना रही है, लेकिन उनकी पार्टी आरक्षण के कोटे में ‘उप कोटा’ स्वीकार नहीं करेगी।मायावती ने गोंडा तथा बहराइच में आयोजित चुनाव सभाओं में कहा कि कांग्रेस पिछड़े वर्ग के लिए निर्धारित 27 प्रतिशत आरक्षण कोटे में नौ प्रतिशत कोटा (अल्पसंख्यक) अलग करने की घोषणा करके अंग्रेजों की ‘बांटो और राज करो’ की नीति पर चल रही है, मगर बसपा आरक्षण के भीतर आरक्षण को स्वीकार नहीं करेगी।केन्द्र में सत्तारूढ़ संप्रग सरकार का नेतृत्व कर रही कांग्रेस पार्टी पर हमला तेज करते हुए बसपा प्रमुख ने कहा कि केन्द्र सरकार ने प्रदेश सरकार के साथ सौतेला व्यवहार किया और प्रदेश के पिछड़े इलाकों के विकास के लिए मांगे गए 80 हजार करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज की अनदेखी कर दी।उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तरप्रदेश सरकार की मदद नहीं करना केन्द्र की सोची-समझी साजिश है और उसका यह असहयोग ही प्रदेश के पिछड़ेपन का मुख्य कारण है।मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधी पार्टियों उनकी सरकार की लोकप्रियता से घबराकर उसे तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर बदनाम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जनता को उनसे होशियार रहना चाहिए और अपने कीमती वोट की रक्षा अपनी बहन-बेटियों की तरह करनी चाहिए।मायावती ने कांग्रेस की सरकार बनने पर पांच साल में प्रदेश की तस्वीर बदल देने के उसके महासचिव राहुल गांधी के दावे पर प्रहार करते हुए कहा कि प्रदेश में चालीस साल तक शासन में रही कांग्रेस ने तब अगर विकास का काम किया होता तो गरीबो और दलितों को रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ता।उन्होंने कांग्रेस शासित राज्यों में गए उत्तरप्रदेश वासियों के साथ सौतेला व्यवहार किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र में कांग्रेस सरकार की गलत नीतियों के कारण बेरोजगारी बढ़ी है और देश भर की जनता महंगाई से त्रस्त है।बसपा मुखिया ने समाजवादी पार्टी और भाजपा पर भी तीखे प्रहार किए और लोगों को सावधान करते हुए कहा कि यदि सपा सरकार बनी तो गरीबों दलितों को दुबारा गुंडाराज का सामना करना पड़ेगा और भाजपा सत्तारूढ़ हुई तो सांप्रदायिक और सामंती ताकतें मजबूत होंगी।उन्होंने विदेशी बैकों में जमा भारतीयों के काले धन के म्रुददे पर भी कांग्रेस और भाजपा को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि कांग्रेस के दामन पर इतने दाग हैं कि उसने इस दिशा में कोई पहल नहीं की जबकि लगभग सात साल तक केन्द्र की सत्ता में रही भाजपा ने भी इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया। (भाषा)