इंदिरा की छवि प्रियंका ला सकती हैं आंधी
प्रियंका गांधी वाड्रा यूं तो सक्रिय राजनीति से खुद को दूर रखती हैं लेकिन अमेठी, रायबरेली और सुल्तानपुर जिलों के लोग प्रियंका के तूफानी प्रचार अभियान को पिछले चुनावों में देख चुके हैं। जिन्होंने प्रियंका की राजनीतिक शैली देखी है, वे उनमें उनकी दादी और देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की छवि देखते हैं। प्रियंका उन्हें की हाव-भाव से लोगों के बीच घुलती-मिलती हैं। उनकी हेयर स्टाइल भी दादी जैसी ही है। उनके भाषण भी अपनी दादी की तरह ही आक्रामक होते हैं। भाई राहुल और मां सोनिया की मुख्य सलाहकार और सियासी प्रबंधक मानी जाने वाली प्रियंका के आक्रामक प्रचार ने रायबरेली और अमेठी को कांग्रेस का अभेद्य दुर्ग बना रखा है इसीलिए कांग्रेसी कार्यकर्ता चाहते हैं कि प्रियंका इन चुनावों में गाज़ियाबाद से गोरखपुर और ललितपुर से सहारनपुर तक प्रचार करके कांग्रेस के हक में ऐसी आंधी पैदा कर दें जिससे विरोधी दलों के तंबू उखड़ जाएं। लेकिन कांग्रेस रणनीतिकारों का एक गुट पूरी तरह प्रियंका को प्रदेश के चुनाव प्रचार में झोंकना नहीं चाहता है। वैसे भी, कांग्रेस प्रियंका को ट्रंप कार्ड मानती है जिसे लोकसभा चुनाव में इस्तेमाल किया जाना चाहिए इसलिए प्रियंका को रायबरेली और अमेठी की सीमाओं के बाहर कुछ शहरों में जहां कांग्रेस कमजोर स्थिति में है, वहां प्रयोग के तौर पर भेजा जा सकता है।