उत्तर प्रदेश में भाजपा, सपा और बसपा की सरकारों पर जनता के धन को लूटने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने शनिवार को प्रदेश के विकास में दूरदर्शिता की कमी के लिए भी इन दलों को जिम्मेदार ठहराया और केंद्र की गरीबों के लिए बनाई गई योजनाओं के साथ छल का आरोप लगाया।
राहुल ने इलाहाबाद से पांच किलोमीटर दूर बारा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं अचंभित हूं कि इन दलों में से एक के पास भी प्रदेश के विकास का नजरिया नहीं दिखाई देता। ये सभी जाति और संप्रदाय के आधार पर समर्थन हासिल करते हैं और इन्होंने राजनीति को संकीर्ण एजेंडे तक सीमित कर दिया है।
कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि जब भी संप्रग ने आम आदमी से किए गए वादों को पूरा करने के लिए अहम कदम उठाए तो राजग ने अजीब सा सवाल खड़ा कर दिया कि पैसा कहां से आएगा? वहीं बसपा अध्यक्ष मायावती ने इस कदम को नाटक कहकर खारिज कर दिया।
राहुल ने कहा कि हम विपक्ष के इस आरोप से परेशान नहीं हैं कि हम नाटक कर रहे हैं। जिसे वह सबसे बड़ा नाटक कह रहे हैं हम उसे दृढ़संकल्प के साथ कर रहे हैं और यह खाद्य सुरक्षा विधेयक है जो भूख की समस्या को समाप्त करेगा।
छात्रों को निशुल्क लैपटॉप प्रदान किए जाने के सपा के वादे पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि राज्य की जनता को ऐसे लोग मूर्ख नहीं बना सकेंगे जिनके शासन में अराजकता रही हो और चुनाव के समय असंभव वादे करने की जिनकी आदत रही हो।
कांग्रेस महासचिव ने तल्ख तेवर में वर्ष 2004 में केंद्र में संप्रग की सरकार आने का जिक्र करते हुए कहा कि तब आम आदमी की दुर्दशा को समाप्त करने का वादा ऐसे वक्त में किया गया था जब राजग सरकार छह साल से सत्ता में थी और ‘इंडिया शाइनिंग’ का नारा दे रही है।
राहुल ने कहा कि जब तक खेत जोतने वाले की भूख का समाधान नहीं निकलता वह अपना संघर्ष जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले 22 साल के दौरान उत्तर प्रदेश में भाजपा, बसपा और सपा की सरकारें रहीं और प्रदेश की सरकारों ने जनता के धन की लूट की है।
मायावती सरकार पर हमला करते हुए राहुल ने आरोप लगाया कि प्रदेश में मनरेगा परियोजना, किसानों को कर्ज में छूट और बुंदेलखंड के विशेष पैकेज के तौर पर करोड़ों रुपए आए लेकिन सत्ता में बैठे लोग उसे खा गए।
राहुल ने सपा के कल जारी घोषणापत्र को लेकर भी उस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव के उनके घोषणापत्र पर जरा नजर डालें। तब पार्टी नेतृत्व ने कंप्यूटर और अंग्रेजी को अनुचित बताया था।
राहुल ने कहा कि मजे की बात है कि मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव आधुनिकता के इन प्रतीकों में रुचि रखते हैं उसके बाद भी पार्टी का ऐसा रुख रहा। अब ऐसा लगता है कि पार्टी ने 2012 में यू.टर्न ले लिया और ऐसे वादे किए हैं जिन्हें वह कभी पूरा नहीं कर सकती।
कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि सपा के शासन में प्रदेश में आपराधिक गतिविधियों में बढ़ावा देखा गया था। उन्होंने कहा कि जब भी सपा सत्ता में आती है गुंडा तत्व थानों को चलाते हैं। जनसभा में केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा, कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी भी मौजूद थे।
रैली को संबोधित करने के बाद राहुल सोनभद्र जिले के लिए रवाना हो गए जहां वह अपने चुनाव प्रचार के वर्तमान दौर की अंतिम रैली को संबोधित कर सकते हैं। (भाषा)