राहुल गांधी यानी बदलाव का चेहरा
उत्तर प्रदेश के चुनावी समर में कांग्रेस के सेनापति राहुल गांधी किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं । 1970 में जन्मे राहुल ने अपने पिता राजीव गांधी की तर्ज पर ही देश की राजनीति में युवा एजेंडे को आगे बढ़ाया है। उत्तर प्रदेश की अपनी जनसभाओं में राहुल युवाओं को कंप्यूटर तकनीक सीखने के लिए उत्साहित करते हुए राजीव गांधी को याद करते हैं। राजीव और इंदिरा गांधी के साथ-साथ जवाहरलाल नेहरू की सियासी विरासत राहुल की ताकत है जिसे वह उत्तर प्रदेश के चुनावी महासमर में लोगों को याद दिला रहे हैं । साथ ही, राहुल प्रदेश में पिछले 21 सालों के गैर कांग्रेसी शासन के दौरान उत्तर प्रदेश के पिछड़ेपन और राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश के कम हुए महत्व को मुद्दा बना रहे हैं । राहुल की कोशिश है कि वह उत्तर प्रदेश में बदलाव का चेहरा बनें इसलिए उन्होंने ही कांग्रेस के चुनाव अभियान के लिए नारा गढ़ा है, 'उठो, जागो और बदलो उत्तर प्रदेश।' राहुल न सिर्फ नौजवानों को बदलाव के लिए कांग्रेस का साथ देने का आह्वान कर रहे हैं, बल्कि उत्तर प्रदेश का पुराना गौरव लौटाकर यहां से अन्य राज्यों में होने वाले पलायन को भी रोकने की बात कर रहे हैं इसलिए वह अपनी सभाओं में दस साल में प्रदेश की तस्वीर बदलने का वादा भी कर रहे हैं। कांग्रेस का दावा है कि प्रदेश के लोग राहुल गांधी के वादे और दावे पर यकीन कर सरकार बनाने का मौका देंगे।