* वेलेंटाइन डे का इतिहास।
* 14 फरवरी के दिन मनाया जाता है वेलेंटाइन डे।
* प्यार के परवानों के इजहार का दिन।
History of Valentine Day : वेलेंटाइन डे खुशियों का प्रतीक माना जाता है और हर प्यार करने वाले शख्स के लिए यह दिन अलग ही अहमियत रखता है। वेलेंटाइन डे यानी प्यार का दिन, प्यार के इजहार का दिन। अपने जज्बातों को शब्दों में बयां करने के लिए हर धड़कते हुए दिल को इस दिन का बेसब्री से इंतजार होता है। जी हां, हम यहां बात कर रहे हैं, प्यार के परवानों के दिन की यानी वेलेंटाइन-डे की...।
आइए जानते हैं इस दिन के बारे में-
वेलेंटाइन डे कब : आपको बता दें कि प्रतिवर्ष वेलेंटाइन डे 14 फरवरी के दिन ही मनाया जाता है, लेकिन इसके तहत वेलेंटाइन डे के एक हफ्ते पहले से ही यानी 7 फरवरी से ही वेलेंटाइन सप्ताह शुरू हो जाता है, जिसका हर दिन अलग थीम पर आधारित होता है। क्योंकि वेलेंटाइन सप्ताह युवाओं में बहुत खास होता हैं और इस तरह
14 फरवरी के दिन वेलेंटाइन डे मनाया जाता है।
क्यों मनाया जाता है : वेलेंटाइन डे 14 फरवरी को मनाया जाने वाला प्रेमियों का खास पर्व है, जिसे विभिन्न देशों में अलग-अलग तरह से और अलग-अलग विश्वास के साथ मनाया जाता है। पूर्वी देशों में भी इस दिन को मनाने का अपना-अपना अंदाज होता है और पश्चिमी देशों में तो इस दिन की रौनक अपने शबाब पर होती है।
चीन में जहां यह दिन 'नाइट्स ऑफ सेवेन्स' प्यार में डूबे दिलों के लिए खास होता है, वहीं जापान व कोरिया में इस पर्व को 'वाइट डे' का नाम से जाना जाता है।
इतना ही नहीं, इन देशों में इस दिन से पूरे एक महीने तक लोग अपने प्यार का इजहार करते हैं और एक-दूसरे को तोहफे व फूल देकर अपनी भावनाओं का इजहार करते हैं। इस पर्व पर पश्चिमी देशों में पारंपरिक रूप से इस पर्व को मनाने के लिए 'वेलेंटाइन-डे' नाम से प्रेम-पत्रों का आदान प्रदान तो किया जाता है ही, साथ में दिल, क्यूपिड, फूलों आदि प्रेम के चिह्नों को उपहार स्वरूप देकर अपनी भावनाओं को भी इजहार किया जाता है।
19वीं सदीं में अमेरिका ने इस दिन पर अधिकारिक तौर पर अवकाश घोषित कर दिया था। यू.एस ग्रीटिंग कार्ड के अनुमान के अनुसार पूरे विश्व में प्रति वर्ष करीब एक बिलियन वेलेंटाइन्स एक-दूसरे को कार्ड भेजते हैं, जो क्रिसमस के बाद दूसरे स्थान सबसे अधिक कार्ड के विक्रय वाला पर्व माना जाता है।
माना जाता है कि वेलेंटाइन डे मूल रूप से संत वेलेंटाइन के नाम पर रखा गया है। परंतु सैंट वेलेंटाइन के विषय में ऐतिहासिक तौर पर विभिन्न मत हैं और कुछ भी सटीक जानकारी नहीं है। 1969 में कैथोलिक चर्च ने कुल ग्यारह सेंट वेलेंटाइन के होने की पुष्टि की और 14 फरवरी को उनके सम्मान में पर्व मनाने की घोषणा की। इनमें सबसे महत्वपूर्ण वेलेंटाइन रोम के सेंट वेलेंटाइन माने जाते हैं।
1260 में संकलित की गई 'ऑरिया ऑफ जैकोबस डी वॉराजिन' नामक पुस्तक में सेंट वेलेंटाइन का वर्णन मिलता है। इसके अनुसार रोम में तीसरी शताब्दी में सम्राट क्लॉडियस का शासन था। उसके अनुसार विवाह करने से पुरुषों की शक्ति और बुद्धि कम होती है। उसने आज्ञा जारी की कि उसका कोई सैनिक या अधिकारी विवाह नहीं करेगा।
संत वेलेंटाइन ने इस क्रूर आदेश का विरोध किया। उन्हीं के आह्वान पर अनेक सैनिकों और अधिकारियों ने विवाह किए। आखिर क्लॉडियस ने 14 फरवरी सन् 269 को संत वेलेंटाइन को फांसी पर चढ़वा दिया। तब से उनकी स्मृति में प्रेम दिवस मनाया जाता है।
कहा जाता है कि सेंट वेलेंटाइन ने अपनी मृत्यु के समय जेलर की नेत्रहीन बेटी जैकोबस को नेत्रदान किया व जेकोबस को एक पत्र लिखा, जिसमें अंत में उन्होंने लिखा था 'तुम्हारा वेलेंटाइन'। यह दिन था 14 फरवरी, जिसे बाद में इस संत के नाम से मनाया जाने लगा और वेलेंटाइन-डे के बहाने पूरे विश्व में निःस्वार्थ प्रेम का संदेश फैलाया जा रहा है। बस तभी से वेलेंटाइन डे मनाया जाता है।