एक गीत लिखा है मैंने
मुलाकातों की धुँधली परछाई में
एक गीत लिखा मैंने
तेरी जुदाई में
तेरी मीठी बातों को
सहेजते हुए
उन हसीं मुलाकातों की
धुँधली परछाई में।
एक गीत लिखा मैंने
तेरी खिलते
गुलाबों सी हँसी
और तेरी शराबी आँखों की
मादक अँगड़ाई में।
एक गीत लिखा मैंने
तेरी मीठी बातों
मिलन की उन रातों
वो तेरा शर्माना
पलभर में रूठ जाना
उन बीते दिनों की याद में।
तुझे याद करते हुए
बहुत कुछ लिखा मैंने
और लिखता रहूँगा
जब तक तू जिंदा रहेगी मुझमें
मेरी यादों में।