फेंगशुई चीन का वास्तु शास्त्र है। इस में भवन निर्माण और भवन में रखी जाने वाली पवित्र वस्तुओं के बारे में विस्तार से जानकारी मिलती है। फेंग और शुई का शाब्दिक अर्थ है वायु और जल। यह शास्त्र भी पंचतत्वों में पर ही आधारित है। आओ जानते हैं सैंकड़ों वस्तुओं में से फेंगशुई के गोल्डन फिश के बारे में।
1. गोल्डन फिश दो तरह से रखी जा सकती है। एक तो उसकी मूर्ति और दूसरा एक्वारियम में जिंदा गोल्डन फिश। दोनों ही से सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण होता है और घर से नकारात्मक ऊर्जा का निष्काषन हो जाता है।
2. गोल्डन फिश की सुंदर मूर्ति रखने से सौभाग्य में वृद्धि होती है। यह बाजार में जोड़ो से मिलती है। घर के सौभाग्य को बढ़ाने में सुनहरी मछली बहुत ही सहायक होती है।
3. गोल्डन फिश मूर्ति घर में रखने से संपन्नता आती है तथा धन में वृद्धि होती है। इसे रुका हुए धन की प्राप्ति होती है।
4. घर के ड्राइंगरूम की पूर्व या उत्तर दिशा में सुनहरी मछली को रख सकते हैं। इससे सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।
5. घर में इस फिश के रहने से उन्नती के सभी द्वार खुल जाते हैं और कार्यों में किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं आती है।
सूचना : फेंगशुई और भारतीय वास्तुशास्त्र में कुछ अंतर है। अत: फेंगशुई के उपाय आजमाने के पहले किसी वास्तुशास्त्री से सलाह जरूर लें अन्यथा इसके नुकसान भी हो सकते हैं।