विधाता ने संसार में प्रत्येक मनुष्य को सिर छुपाने का कोई न कोई स्थान अवश्य प्रदान किया है। बहुत से लोग भाग्य के धनी होते हैं और बहुत से अपने कर्म द्वारा भाग्य का निर्माण करते हैं। कोई बड़े बंगलें या कोठी में रहता है तो कोई छोटे-मोटे घर में रहता है या ऊंचे बड़े फ्लैट के अपार्टमेंट में। किंतु रहने का स्थान किसी के लिए लाभदायक साबित होता है तो किसी के लिए हानिकारक।
जिस प्रकार घरों में रहने वालों को फेंगशुई से सहायता मिलती है, उसी प्रकार फ्लैटों में रहने वालों के लिए फेंगशुई उपयोगी है। फेंगशुई का प्रयोग कर कोई भी अपार्टमेंट में प्रकृति के साथ सामंजस्य करके सुखपूर्वक रह सकता है।
जब आप रहने के लिए किसी अपार्टमेंट का चुनाव करें तो पहले यह देखें कि अपार्टमेंट किस स्थान पर बना हुआ है। उसके आसपास का क्षेत्र किस प्रकार का है। हमारे भारतीय वास्तु से फेंगशुई वास्तु में काफी अंतर है। यदि आप फेंगशुई का आश्रय ले रहे हैं, तो उसी के दृष्टिकोण से आपको अपार्टमेंट का निरीक्षण करना होगा।
आप देखें कि अपार्टमेंट भूखंड पर अकेला खड़ा है या उसके आसपास अन्य अपार्टमेंट्स भी हैं। उनकी ऊंचाइयां समान हैं या आपके पसंदीदा अपार्टमेंट से कम या अधिक ऊंचे अपार्टमेंट आपके द्वारा चुने गए अपार्टमेंट के लिए अशुभ और घातक हो सकते हैं। यह स्थिति उस समय तो और भी घातक हो सकती है जब अधिक ऊंचे अपार्टमेंट के प्रवेश मार्ग के समीप हो।
प्रवेश मार्ग के समीप बड़ा होर्डिंग, ट्यूबवेल या कोई ऊंची पहाड़ी इत्यादि भी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि इनसे फ्लैट में जाने वाली लाभदायक 'वी' प्रभावित होती है। इसलिए आपका अपार्टमेंट हर दृष्टि से सुरक्षित होना चाहिए तथा फेंगशुई के स्तर पर खरा उतरना चाहिए।
जो अपार्टमेंट किसी पहाड़ी पर अकेला खड़ा होता है, उसकी स्थिति भी अच्छी नहीं होती, क्योंकि उसके समीप से चलती वायु अपार्टमेंट में प्रवेश करने वाली समस्त लाभदायक 'वी' को अपने साथ उड़ाकर ले जाती है।
फ्लैटों में रहने वाले लोग उस लाभदायक वायु से सर्वथा अछूते रह जाते हैं। ऐसे अपार्टमेंट नकारात्मक 'वी' की रचना करते हैं। अत: फ्लैट खरीदने से पहले एक बार वास्तु और फेंगशुई का ज्ञान प्राप्त करने के बाद ही लेंगे तो उचित रहेगा, अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।