पर्यावरण से लाभ मिले इसके लिए हमें प्रकृति के नजदीक जाना होगा। इसका सीधा-सा समाधान है बस अपने घर के भीतर व आसपास अधिक से अधिक पेड़-पौधे उगाना।
अपने आशियाने के खुले स्थान पर एक मनमोहक बगीचा लगा दिया जाए तो पूरा घर तरोताजा हवा एवं प्राकृतिक सौंदर्य से सराबोर रहेगा और यदि वास्तुशास्त्र में बताए अनुसार पेड़-पौधे लगाते हैं तो सकारात्मक ऊर्जा का लाभ भी मिलेगा।
पेड़-पौधों में भी जीवन होता है अतः इनकी जीवंत ऊर्जा का सही प्रयोग हमें स्वस्थ एवं प्रसन्न रख सकता है। बस केवल आपको यह ध्यान रखना है कि पेड़-पौधे वास्तुशास्त्र की दिशा के अनुरूप हों।
चलिए शुरुआत करते हैं बालकनी से -
घर के मुख्य द्वार के आसपास एवं पूर्व, उत्तर तथा पूर्वोत्तर दिशाओं की बालकनी पर गुलाब, बेला, चमेली, ग्लेडियोलाई, कॉसमोस, कोचिया, जीनिया, गेंदा और सदाबहार जैसे फूलों के पौधे लगाएं। स्थानाभाव में लोहे या सरिये के स्टैंड में लगे गमलों में भी इन्हें लगाया जा सकता है।
यदि आपका घर है पश्चिम या दक्षिणमुखी -
आपको घर के पीछे के खाली स्थान पर पूर्व, उत्तर अथवा पूर्वोत्तर में स्थित हो ऊपर बताए पौधे लगाना चाहिए।
जबकि पश्चिम एवं दक्षिणमुखी भवन के आगे या मुख्य द्वार की ओर बड़े-बड़े पेड़-पौधों एवं लताओं का प्रयोग करने के बारे में वास्तुशास्त्र में बताया गया है।
कैसी हो वास्तु दिशा -
वास्तु में अनुसार सकारात्मक ऊर्जा तरंगें सदैव पूर्व दिशा से पश्चिम की ओर, उत्तर दिशा से दक्षिण की ओर एवं पूर्वोत्तर से दक्षिण-पश्चिम के नैऋत्य कोण की ओर प्रवाहित होती हैं।
इसलिए पूर्व एवं उत्तर दिशा में केवल हलके, छोटे व कम घने पेड़- पौधे लगाएं, जिससे कि घर में आने वाली सकारात्मक ऊर्जा के रास्ते में कोई रुकावट न आए।
इन दिशाओं की सकारात्मक बढ़ाने के लिए तुलसी के पौधे लगाएं। तुलसी के आसपास से होकर गुजरने वाली हवा शुद्ध एवं स्वास्थ्यप्रद हो जाती है।
अन्य औषधीय पौधे -
इसके अलावा यहां पर अन्य औषधीय पौधे, जैसे- पुदीना, लेमनग्रास, खस, धनिया, सौंफ, हलदी, अदरक के पौधे आदि की उपस्थिति भी हमेशा आपके तन-मन को ताजगी चुस्ती-स्फूर्ति एवं आरोग्य प्रदान करेगी।