तमिलनाडु में प्राचीन पंचवर्णास्वामी मंदिर में आज के समय की साइकिल की नक्काशी मिलने की खबर ने इन दिनों सनसनी मचा रखी है। प्रवीण मोहन ने कुछ दिन पहले एक वीडियो सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि दो हजार साल पुराने पंचवर्णास्वामी मंदिर की एक दीवार पर साइकिल पर बैठे एक व्यक्ति की नक्काशी मिली है।
इतिहासकारों के अनुसार साइकिल का आविष्कार आज से करीब 200 साल पहले हुई थी, इसलिए इस प्राचीन शिव मंदिर में मौजूद यह साइकिल की कलाकृति एक भविष्यवाणी के रूप में देखी जा रही है। माना जा रहा है कि आज से 2000 साल पहले ही साइकिल जैसे कई वाहनों के आने की भविष्यवाणी कर दी गई थी। हालांकि, कुछ लोग इसे सिर्फ एक अफवाज मान रहे हैं।
आपको बता दें कि प्रवीण मोहन पहले व्यक्ति नहीं हैं, जो इस प्राचीन मंदिर में साइकिल की कलाकृति होने की खबर को सामने लाए। इससे पहले इतिहासकार डॉ. कालिकोवन ने भी इस बात का जिक्र किया है, जिसका उल्लेख ‘द हिंदू’ में जून 2015 में प्रकाशित हुए एक आलेख में मिल जाएगा। कालिकोवन के अनुसार 1920 में पंचवर्णास्वामी मंदिर का नवीनीकरण किया गया था, हो सकता उसी दौरान इस आकृति को बनाया गया हो।
हालांकि, पंचवर्णास्वामी मंदिर में बने साइकिल की नक्काशी के पीछे का सच किसी को भी नहीं पता।
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