केंद्र सरकार ने बीते साल नई शिक्षा नीति को मंजूरी दी है। करीब 34 साल बाद आई शिक्षा नीति में स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक कई बड़े बदलाव किए गए हैं। नई शिक्षा नीति को लेकर सोशल मीडिया पर अब एक मैसेज वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि नई शिक्षा नीति के तहत सिर्फ 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं होंगी। 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं का कोई प्रावधान नहीं होगा।
क्या है वायरल मैसेज में-
मैसेज में लिखा गया है- कैबिनेट ने नई शिक्षा नीति को हरी झंडी दे दी है। 30 साल बाद शिक्षा नीति में बदलाव किया है। नई शिक्षा नीति की उल्लेखनीय बातें सरल तरीके की इस प्रकार हैं:- केवल 12वीं क्लास में होगा बोर्ड, 10वीं बोर्ड खत्म, एमफिल भी होगा बंद। अब सिर्फ 12वीं में बोर्ड परीक्षा देनी होगी। जबकि इससे पहले 10वीं बोर्ड की परीक्षा अनिवार्य होती थी, जो अब नहीं होगी। 10वीं में एग्जाम नहीं होंगे। सरकारी, निजी, डीम्ड सभी संस्थानों के लिए होंगे समान नियम। आदेशानुसार- माननीय शिक्षा मंत्री, भारत सरकार।
क्या है सच-
केन्द्र सरकार की पॉलिसी/स्कीम्स/विभाग/मंत्रालयों को लेकर गलत सूचना को फैलने से रोकने के लिए काम करने वाले PIB फैक्ट चेक (PIB Fact Check) ने ट्वीट कर इस फेक खबर के बारे में लोगों को जागरुक किया है।
PIB फैक्ट चेक ने ट्वीट में लिखा है- “एक मैसेज में दावा किया गया है कि नई शिक्षा नीति के अनुसार अब केवल 12वी कक्षा में बोर्ड की परीक्षाएँ होंगी और 10वी कक्षा में बोर्ड परीक्षा का कोई प्रावधान नहीं होगा। यह दावा फर्जी है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है।” इसके साथ ही पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने नई शिक्षा नीति 2020 की पीडीएफ फाइल भी शेयर की है।