मकर संक्रांति त्योहार की धूम देश भर में जारी है। इस बीच सोशल मीडिया पर वायरल एक खबर ने त्योहार के रंग में भंग डाल दिया है। वह खबर है- मकर संक्रांति पर हैदराबाद में पतंगबाजी पर बैन लगाया गया है। सोशल मीडिया पर यूजर्स इस खबर को शेयर कर अपना आक्रोश प्रकट कर रहे हैं। लोग इस बात को लेकर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं कि क्यों हमेशा हिंदू त्योहारों और मान्यताओं पर ही निशाना साधा जाता है, फिर चाहे वह होली हो, दीवाली हो या दही हांडी का कार्यक्रम।
क्या है वायरल खबर?
प्रमुख भारतीय अर्थशास्त्री, संजीव सान्याल, जो भारतीय वित्त मंत्रालय के प्रधान आर्थिक सलाहकार के रूप में कार्य करते हैं, ने Financial Express की एक खबर पर अपनी पीड़ा व्यक्त करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया। इस खबर की हेडलाइन थी- ‘Kite-flying banned during Sankranti festival in Hyderabad’। इस ट्वीट को 3500 से अधिक बार रीट्वीट किया गया है और लगभग 3800 लोगों ने लाइक किया है।
ऐसे ही कई अन्य यूजर्स ट्विटर ही नहीं फेसबुक पर भी इस खबर को शेयर कर रहे हैं।
क्या है सच?
Financial Express के अनुसार, हैदराबाद पुलिस ने मकर संक्रांति पर धार्मिक स्थलों और मुख्य सड़कों पर पतंग उड़ाने पर बैन लगाया है। पुलिस आयुक्त अंजनी कुमार ने अपने आदेश में लोगों से कहा कि वे पतंग ना उड़ाएं और अपने बच्चों को कटे पतंगों के पीछे सड़कों पर दौड़ने और इलेक्ट्रिक पोल पर चढ़ने से रोकें। उन्होंने कहा, ‘कानून व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है।’ यह खबर न्यूज एजेंसी PTI के हवाले से लिखा गया है।
आपको बता दें कि हैदराबाद पुलिस ने 10 जनवरी को इसी बाबत एक फेसबुक पोस्ट लिखा था। लेकिन इस पोस्ट में कहीं भी बैन शब्द का प्रयोग नहीं किया गया था, बल्कि इस पोस्ट में खासकर तौर पर बच्चों के लिए सुरक्षा और एहतियाती उपायों पर जोर दिया गया था।
जब सोशल मीडिया पर इस खबर पर विवाद होने लगा तो हैदराबाद पुलिस ने स्पष्टीकरण जारी किया कि संक्रांति पर पतंगबाजी पर बैन नहीं लगाया गया है, बल्कि हिदायत दी गई है कि सुरक्षा और दूसरों की धार्मिक भावनाओं का ध्यान रखते हुए त्योहार मनाएं।
हमारी पड़ताल में मकर संक्रांति पर हैदराबाद में पतंगबाजी पर बैन लगाने का दावा झूठा साबित हुआ है।