Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

ममता सरकार और कांग्रेस ने कीमत में बढ़ोतरी जारी रखने के लिए प्याज से भरी ट्रकें रोकीं...जानिए वायरल वीडियो का सच...

हमें फॉलो करें ममता सरकार और कांग्रेस ने कीमत में बढ़ोतरी जारी रखने के लिए प्याज से भरी ट्रकें रोकीं...जानिए वायरल वीडियो का सच...
, गुरुवार, 12 दिसंबर 2019 (13:21 IST)
देश में प्याज की बढ़ती कीमतों के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल की ममता सरकार और कांग्रेस पार्टी ने प्याज के ट्रकों को घोजाड़ांगा सीमा पर रोक रखा है, ताकि प्याज की सप्लाई रुक जाए और महंगाई बढ़ती रहे।
 
क्या है वायरल- 
 
वायरल वीडियो में एक शख्स प्याज की बोरियों से लदे ट्रकों को दिखाते हुए बोलता है- ‘सभी ट्रक भाइयों से विनती है कि घोजाड़ांगा बॉर्डर जो वेस्ट बंगाल में है, वहां का प्याज मत भरिये। यहां पर हम लोग 25 सितंबर से खड़े हैं और आज 5 अक्टूबर हो चुका है। और यहां पर कोई पार्टी सुनवाई नहीं कर रहा है और ना ही कोई ट्रांसपोर्ट वाला फोन उठा रहा है और सब गाड़ी के नीचे का प्याज सड़ चुका है, पानी निकल रहा है गाड़ी के नीचे से और गाड़ीवाला किश्त कहां से देगा, जब गाड़ी ही नहीं खाली होगा और यहां पर कोई पार्टी सुनवाई नहीं कर रही है। घोजाड़ांगा बॉर्डर में यहां पर कम से कम 200 गाड़ी प्याज खड़ा है। और ना यहां पर कोई डिटैन मिलता है गाड़ीवाले को कि हाँ आप यहां पांच दिनों से खड़े है। यहां का प्याज मत भरिये। घोजाड़ांगा बॉर्डर वेस्ट बंगाल सभी गाड़ीवालों से विनती है कि आप प्याज यहां का कभी मत लोड करिये।’
 
इस वीडियो को फेसबुक और ट्विटर पर शेयर कर ममता सरकार और कांग्रेस पार्टी की मिलीभगत को प्याज की कीमतों की बढ़ोतरी का जिम्मेदार बताया जा रहा है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि मोदी सरकार को बदनाम करने की यह चाल है।



 
क्या है सच-
 
वीडियो में पश्चिम बंगाल के घोजाड़ांगा बॉर्डर का जिक्र है, इसलिए हमने इंटरनेट पर ‘west bengal, ghojadanga, onion trucks’ कीवर्ड्स से सर्च किया, तो हमें टाइम्स ऑफ इंडिया (TOI) की एक रिपोर्ट मिली, जिसका शीर्षक था- ‘Onion trucks halted at border finally allowed to enter Bangladesh’।
 
5 अक्टूबर की TOI की रिपोर्ट के अनुसार, 29 सितंबर को भारत सरकार ने घरेलू मार्केट में प्याज की आपूर्ति में कटौती होने पर बांग्लादेश को प्याज निर्यात करने पर प्रतिबंध लगा दिया था। लेकिन प्रतिबंध लगाने से पहले ही 6,750 टन प्याज से लदे 225 ट्रक नासिक से बांग्लादेश के लिए निकल चुके थे, तो उन सभी ट्रकों को पश्चिम बंगाल की महादिपुर और घोजाड़ांगा सीमा पर रोक दिया गया था। हालांकि, बाद में केंद्र सरकार से सभी ट्रक्रों को 4 अक्टूबर को बांग्लादेश जाने की अनुमति दे दी।
 
बांग्ला ट्रिब्यून के अनुसार, प्रतिबंध के कारण सीमा पर रोके गए प्याज के ट्रक 4 अक्टूबर की दोपहर से 5 अक्टूबर तक बांग्लादेश पहुंचे। लेकिन तब तक कुछ प्याज खराब हो चुके थे।
 
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि वायरल पोस्ट झूठा है। प्याज से लदे ट्रक, घरेलू उपयोग के लिए नहीं थे, बल्कि ये बांग्लादेश में निर्यात के लिए थे। लेकिन केंद्र सरकार द्वारा बांग्लादेश को प्याज निर्यात करने पर लगाए गए प्रतिबंध के कारण वो ट्रक पश्चिम बंगाल की सीमा पर रोके गए थे, जिन्हें बाद में पड़ोसी देश जाने की अनुमति मिल गई।

webdunia

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

1971 भारत-पाक युद्ध की कुछ यादें, चरम पर था भारतीय नौसेना का पराक्रम