सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में एक महिला रोड पर बैठकर पेट पकड़े दर्द से कराहते हुए नजर आ रही है। उसे कुछ महिलाओं ने घेरा हुआ है और आसपास लाठी लिए कुछ पुलिसकर्मी भी नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो यूपी का है। जहां नौकरी की मांग कर रही एक प्रेग्नेंट महिला अभ्यर्थी के पेट पर पुलिस ने लाठी मारी।
देखें वायरल पोस्ट-वीडियो शेयर कर
यूजर्स लिख रहे हैं, “नौकरी मत दो लेकिन गर्भवती लड़कियों के पेट पर लाठी तो मत मारो। यूपी के मुख्यमंत्री योगी कहते है कि प्रदेश में इतनी नौकरियां है कि योग्य उम्मीदवार नही मिलते। वहीं दूसरी ओर आज लखनऊ में जब योग्य अभ्यर्थी नौकरियां मांगते है तो पुलिस उन पर लाठियां बरसाती है”
सच क्या है?
यूपी पुलिस ने वायरल वीडियो पर किए जा रहे दावे का खंडन करते हुए बताया कि यह वीडियो दो साल पुराना है।
यूपी पुलिस फैक्ट चेक के ट्विटर हैंडल से एक वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा गया है- “कृपया 2 वर्ष पुरानी घटना को वर्तमान का बताकर भ्रामक पोस्ट न करें। उक्त भ्रामक खबर का लखनऊ पुलिस द्वारा भी खंडन किया जा चुका है। अतः बिना सत्यापन के भ्रामक पोस्ट कर अफवाह न फैलाएं।”
इससे हिंट लेते हुए हमने संबंधित कीवर्ड्स की मदद से इंटरनेट पर सर्च किया, तो हमें
लाइव हिंदुस्तान समेत कई न्यूज वेबसाइट पर यह खबर मिली।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वायरल वीडियो की घटना 5 सितंबर 2018 की है। लखनऊ में बीएड टीईटी 2011 के सफल अभ्यर्थी नियुक्ति के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। तब पुलिस ने अभ्यर्थियों पर जमकर लाठियां बरसाई थीं। उस दौरान पुलिस ने एक गर्भवती महिला प्रदर्शनकारी पर भी नहीं बख्शा था।
वेबदुनिया की पड़ताल में वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक निकला। असल में ये वीडियो अभी का नहीं, बल्कि दो साल पुराना है।