अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दो दिवसीय भारत दौरे के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें एक फायर इंजन के जरिये ताजमहल जैसी एक इमारत को धोते हुए देखा जा सकता है। वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ट्रंप के भारत दौरे से पहले ताजमहल को पानी से नहलाया गया।
क्या है वायरल-
पाकिस्तानी ट्विटर यूजर आफताब हसन ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि डोनाल्ड ट्रंप को दिखाने के लिए ताजमहल की सफाई हो रही है। मोदी जानते हैं कि ये मुस्लिम शासकों द्वारा बनाया गया है। ये वही मुस्लिम हैं जिन्हें भारत में BJP और RSS के विचारों के अनुसार दूसरे दर्जे का नागरिक भी नहीं समझा जा रहा है।
फेसबुक पर भी इस वीडियो को ‘जब ट्रम्प के लिए ताजमहल को नहलाया गया: ताज और बापू एक जैसे हैं, मोदी से गालियाँ भी खाते हैं और खुद के स्वार्थ के लिए दुलार भी पाते हैं’ कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है।
क्या है सच-
आफताब हसन को जवाब देते हुए सिंगर अदनान सामी ने ट्विटर पर लिखा है कि ये असली ताजमहल नहीं है, बल्कि भोपाल में बना ताजमहल का प्रतिरूप है।
कई अन्य यूजर्स ने भी इस वीडियो को भोपाल का बताया है।
हमने वीडियो को गौर से देखा तो पाया कि आगरा में स्थित ताजमहल और वीडियो में नजर आ रहे ताजमहल की फ्लोरिंग में काफी फर्क है।
हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप के आने से पहले आगरा में ताजमहल की सफाई का काम जरूर किया गया है। ताजमहल की इमारत से दाग धब्बे हटाने के लिए इसे मुल्तानी मिट्टी से साफ किया गया है। वहीं, ताजमहल में मौजूद शाहजहां और मुमताज की कब्रों को भी मुल्तानी मिट्टी से साफ किया गया है।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि ट्रंप के आने से पहले ताजमहल की सफाई की गई थी। लेकिन वायरल वीडियो आगरा के ताजमहल का नहीं बल्कि भोपाल के एक एम्यूजमेंट पार्क में बनाए गए ताजमहल के प्रतिरूप का है।