Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

क्या पीएम मोदी का बीच पर कचरा उठाना ‘नाटक’ था... जानिए वायरल तस्वीरों का सच...

हमें फॉलो करें क्या पीएम मोदी का बीच पर कचरा उठाना ‘नाटक’ था... जानिए वायरल तस्वीरों का सच...
, सोमवार, 14 अक्टूबर 2019 (14:06 IST)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले हफ्ते चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ दो दिवसीय अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए तमिलनाडु के तटीय नगर महाबलीपुरम में मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने बीच पर कचरा उठाते हुए एक वीडियो ट्वीट किया और लोगों से सार्वजनिक स्थानों को साफ रखने की अपील की। इसके बाद से ही कई लोग इसको पीएम मोदी का नाटक बताकर उन्हें ट्रोल करने लगे। अब इसका सबूत देते हुए कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें शेयर की हैं।
 
क्या है वायरल तस्वीरों में-
 
यूजर्स चार तस्वीरें शेयर कर बता रहे हैं कि किस प्रकार पीएम मोदी के कूड़ा बीनने का ‘नाटक’ रचा गया था। पहली तस्वीर में चार लोग बीच को एक मशीन के द्वारा स्कैन करते नजर आ रहे हैं। दूसरी तस्वीर में कुछ लोग प्लास्टिक की बोरी लिए बीच पर नजर आ रहे हैं और आस-पास कचरा फैला हुआ है। तीसरी तस्वीर में बीच पर लाइट्स और कैमरे के साथ कुछ लोग नजर आ रहे हैं। चौथी तस्वीर में मोदी कचरा उठाते नजर आ रहे हैं।



इन तस्वीरों को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने भी शेयर किया है।


 
क्या है सच-
 
पहली तस्वीर: हमने पहली तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया, तो रिजल्ट में हमें द हिंदू की एक न्यूज रिपोर्ट मिली, जिसमें यह तस्वीर लगी थी। कैप्शन था- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम स्थल कोझिकोड़ बीच का निरीक्षण करते हुए बम दस्ते।
 
webdunia
द हिंदू की न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल 2019 में केरल के कोझिकोडे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘विजय संकल्प’ रैली हुई थी। वायरल पहली तस्वीर उसी दौरान की है।
 
दूसरी तस्वीर: हालांकि, हम दूसरी तस्वीर का सोर्स पता नहीं लगा पाए, लेकिन यह तस्वीर लोगों द्वारा बीच की सफाई अभियान का प्रतीत होता है।
 
webdunia
तीसरी तस्वीर: एक यूजर ने पोस्ट पर कमेंट किया है कि कैमरामैन वाली तस्वीर में बैकग्राउंड में जिस तरह की इमारतें दिख रही हैं, वैसे महाबलीपुरम में है ही नहीं।
 


वहीं, एक यूजर ने TayScreen.com की एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें वायरल तस्वीर में दिख रहे कैमरामैन की टीम के सामने तीन लोग नजर आ रहे हैं, जिससे साफ जाहिर होता है कि उन लोगों को शूट किया जा रहा है।
 


Tayscreen स्कॉटलैंड की एक मीडिया प्रोडक्शन कंपनी है। तफ्तीश आगे बढ़ाने पर पता चला कि यह तस्वीर स्कॉटलैंड के सेंट एंड्रयू के वेस्ट सैंड्स बीच की है।
 
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि तस्वीरों को पीएम मोदी द्वारा बीच की सफाई के वीडियो से जोड़कर सोशल मीडिया पर यूजर्स को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

कश्मीर में पोस्टपेड मोबाइल सेवा बहाल, दो आतंकी भी गिरफ्तार