प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में इंडोनेशिया दौरे गए थे। उस दौरान सोशल मीडिया पर एक ऐसी खबर वायरल हुई जिसको देखकर सब अचंभे में पड़ गए कि क्या सच में ऐसा है? इन खबरों में दावा किया गया है कि दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश इंडोनेशिया के नोट पर गणेश जी की तस्वीर छपी है।
तो आइए जानते हैं सच क्या है..
वायरल खबर में जिस नोट की बात हो रही है, वह इंडोनेशियाई रूपियाह का 20,000 का नोट है। यह जानकर आपको हैरानी होगी कि इस नोट पर सच में गणेश जी की तस्वीर छपी है। इस नोट को इंडोनेशियाई सरकार ने 1998 में जारी किया था, लेकिन 10 साल के प्रचलन के बाद 2008 के अंत में इसे बंद कर दिया गया।
अब सवाल यह उठता है कि इंडोनेशिया जैसे मुस्लिम बाहुल्य देश में, जहां हिंदुओं की आबादी 2 फीसदी से भी कम है, सरकार ने नोट पर गणेश जी की फोटो आखिर क्यों छापी?
दरअसल, इंडोनेशिया में हिंदू और मुस्लिम के बीच कोई फर्क नहीं किया जाता। वहां हिंदू देवी-देवताओं को बहुत सम्मान मिलता है। 20,000 के इस वायरल नोट पर गणेश जी के साथ इंडोनेशिया के पहले शिक्षा मंत्री की हजर देवांत्रा की तस्वीर भी है। देवांत्रा इंडोनेशिया के स्वतंत्रता सेनानी थे और उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में भी बहुत काम किया था। इस नोट के पीछे क्लास रूम की तस्वीर बनी है, जो नोट की थीम शिक्षा को दर्शाती है। हो सकता है इसी वजह से उस नोट पर गणेश जी की भी फोटो छापी गई हो क्योंकि वहां भगवान गणेश को बुद्धि का देवता माना जाता है।
वैसे, इंडोनेशिया के नोट पर गणेश जी की फोटो छपने से संबंधित एक और किवदंती है। कहते हैं कि जब 1997 में कई एशियाई देशों की मुद्रा का अवमूल्यन हो रहा था, तो इंडोनेशिया में भी भयंकर आर्थिक संकट हो गया था। फिर 1998 में 20,000 का एक नया नोट जारी किया गया, जिस पर भगवान गणेश की तस्वीर छापी गई। इसके अगले ही साल 1999 में इंडोनेशिया की मुद्रा की स्थिति में तेजी से सुधार हुआ। यह संयोग भी हो सकता है लेकिन लोगों का मानना है कि गणेश जी की वजह से ही वहां की अर्थवयवस्था मजबूत हुई है।
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि विष्णु के वाहन माने जाने वाले गरुड़ के नाम पर इंडोनेशिया की राष्ट्रीय विमान सेवा है और इस देश का नेशनल एंब्लेम गरुड़ पंकशील कहलाता है। हनुमान जी इंडोनेशिया के मिलिट्री इंटेलिजेंस के मैस्कॉट हैं। यहां गणेश, कृष्ण और हनुमान के साथ-साथ महाभारत-रामायण के दृश्यों को दर्शाते हुए कई डाक टिकट जारी हो चुके हैं। इंडोनेशिया के एक कॉलेज के लोगो पर भी भगवान गणेश हैं और राजधानी जकार्ता में कृष्णा-अर्जुन की मूर्तियां भी लगी हुई हैं।