गरबों का उल्लास अब सिर चढ़कर बोलने लगा है। रविवार के दिन तो डांडिया के प्रति लोगों का उत्साह देखते ही बनता था। जगह-जगह सजे पांडालों में झूमकर गरबे हुए और पारंपरिक अंदाज में माता के प्रति श्रद्धा प्रकट की गई।