Chandrika Tandon Wins Grammy: ग्रैमी अवॉर्ड्स 2025 में भारतीय मूल की गायिका चंद्रिका टंडन ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने अपने एल्बम 'त्रिवेणी' के लिए बेस्ट न्यू एज एम्बिएंट या चैंट एल्बम कैटेगरी में ग्रैमी अवॉर्ड जीता है। यह उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है और भारत के लिए भी गर्व का क्षण है। आइये आपको बताते हैं कौन हैं चंद्रिका टंडन और क्या हैं उनकी उपलब्धियां
कौन हैं चंद्रिका टंडन?
चंद्रिका पेप्सिको की पूर्व सीईओ इंद्रा नूयी की बड़ी बहन हैं। तमिल ब्राह्मण परिवार में जन्मीं चंद्रिका को संगीत अपनी मनन से विरासत में मिला था। उनकी मां म्यूजिशियन थीं और पिता बैंकर। उनका पालन पोषण चेन्नई में हुआ और उन्होंने अपनी शिक्षा मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज और आईआईएम अहमदाबाद से पूरी की।
चंद्रिका म्यूजिशियन होने के साथ- साथ एक सफल एंटरप्रेन्योर भी रह चुकी हैं। ग्लोबल बिजनेस लीडर्स की लिस्ट में चंद्रिका का नाम शामिल है। चंद्रिका पहली बार ग्रैमी अवॉर्ड्स तक नहीं पहुंची हैं। इससे पहले साल 2011 में एल्बम 'सोल कॉल' के लिए उन्हें बेस्ट कंटेंपरेरी वर्ल्ड म्यूजिक एल्बम कैटिगरी में नॉमिनेशन मिला था। ये उनका पहला स्टूडियो एल्बम था।
संगीत में करियर
चंद्रिका टंडन ने कई वर्षों तक हिंदुस्तानी और पश्चिमी संगीत का अध्ययन किया। उन्होंने 2011 में अपना पहला एल्बम 'सोल कॉल' जारी किया, जिसके लिए उन्हें ग्रैमी अवॉर्ड के लिए नामांकित किया गया था। 'त्रिवेणी' उनका छठा एल्बम है, जिसने उन्हें ग्रैमी अवॉर्ड दिलाया है।
'त्रिवेणी' एल्बम
'त्रिवेणी' एल्बम में चंद्रिका टंडन ने दक्षिण अफ्रीकी बांसुरी वादक वाउटर केलरमैन और जापानी सेलिस्ट इरु मात्सुमोतो के साथ मिलकर काम किया है। यह एल्बम भारतीय शास्त्रीय संगीत, पश्चिमी संगीत और विश्व संगीत का एक अद्भुत मिश्रण है। 'त्रिवेणी' में प्राचीन मंत्रों और आधुनिक संगीत का एक अनूठा संगम है, जो श्रोताओं को एक आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है।
ग्रैमी अवॉर्ड
ग्रैमी अवॉर्ड संगीत उद्योग में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है। यह पुरस्कार संगीत में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। ग्रैमी अवार्ड जिसे ग्रैमी के रूप में स्टाइल किया जाता है, जिसे मूल रूप से ग्रामोफोन अवार्ड कहा जाता है। ग्रेमी अवार्ड लेने वाले पहले भारतीय पुरुष पंडित रविशंकर थे जिन्हें वर्ष 1968 इस पुरुस्कार से नवाजा गया। वहीं तन्वी शाह ग्रेमी अवार्ड लेने वाली पहली भारतीय महिला थीं जिन्हें साल 2010 में यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला।
छह भारतीय हुए ग्रैमी में नॉमिनेट
यदि भारतीय कलाकारों की बात करें तो इस लिस्ट में रिकी केज, मशहूर सितार वादक रविशंकर की बेटी अनुष्का शंकर, वरिजाश्री वेणुगोपाल, राधिका वेकारिया और चंद्रिका टंडन के नाम शामिल हैं। ये सभी कलाकार भारतीय मूल के हैं। ये सभी कलाकार ग्रैमी में अपने म्यूजिक वर्क के लिए इस साल नॉमिनेट हुए।
रहमान के नाम हैं दो ग्रैमी अवार्ड
सिंगर कंपोजर ए.आर रहमान के नाम भी दो ग्रैमी अवॉर्ड रहे हैं। साल 2010 में उन्हें फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर के लिए बेस्ट साउंउ ट्रैक फॉर मोशन पिक्चर और बेस्ट सॉन्ग फॉर मोशन पिक्चर का ग्रैमी अवॉर्ड मिला था। यह अवॉर्ड उन्हें जय हो सॉन्ग के लिए मिला।