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दिलीप पराते
सफल एवं असफल व्यक्ति की दिनचर्या में जो भारी अंतर देखा जाता है, वह यही है कि सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक वे अलग तरीके से जीते हैं।
जीवन में सफलता का पैमाना सभी के लिए अलग-अलग हो सकता है लेकिन एक बात सभी चाहते हैं कि दुनिया उन्हें सफल होते हुए देखे। सफलता सभी युवाओं के लिए आज नशा बन चुकी है। सफलता के लिए आज का युवा भारत बहुत मेहनत भी कर रहा है। सभी पढ़-लिखकर नई ऊँचाइयों को छूना चाहते हैं, शिखर पर पहुँचना चाहते हैं।
सफलता के लिए सभी के पास अवसर की समानता भले ही न हो लेकिन समय सभी के पास बराबर का है और वह है आपके चौबीस घंटे। चाहे कोई कितना भी सफल हो या असफल यह बात सभी पर लागू होती है कि उनके पास केवल चौबीस घंटे ही होते हैं। सफल व्यक्ति अपने चौबीस घंटों को ठीक से इस्तेमाल करता है और असफल व्यक्ति इन्हीं चौबीस घंटों में अपना ज्यादातर समय बर्बाद कर देता है या अपने समय पर पूरा नियंत्रण नहीं रख पाता है।
आप किसी भी सफल व्यक्ति को देखिए, उसकी दिनचर्या निश्चित रूप से नियंत्रित व सधी हुई होती है। वह समय का मैनेजमेंट कुछ इस तरह से करता है कि वह सफलता की सीढ़ी अवश्य ही चढ़ने में कामयाब हो जाता है। असफल व्यक्ति ज्यादातर ईर्ष्या, तनाव, खराब स्वास्थ्य, अनर्गल प्रलाप से ग्रसित होता है व असफलता के बारे में ज्यादा चर्चा करता है। हर असफल व्यक्ति के पास अपनी असफलता के लिए पर्याप्त एवं ठोस कारण मौजूद होते हैं जिसमें अवसर की कमी, प्रतिकूल स्थिति एवं घरेलू परेशानियाँ प्रमुख कारण होते हैं। जबकि सफल व्यक्ति के पास प्रतिकूलस्थिति की कमी नहीं होती और वह धैर्य से उसका सामना करके स्थिति को अनुकूल बनाने में सफल हो जाता है।
सफल व असफल व्यक्ति की दिनचर्या में जो भारी अंतर देखा जाता है कि सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक वे अलग तरीके से जीते हैं। यदि आप सभी अपने विद्यार्थी जीवन से ही इस बात का प्रयास करेंगे कि अपने प्रतिदिन के 24 घंटे के समय को अपने नियंत्रण में रखेंगे, तबआपकी सफलता का आधा रास्ता अपने आप ही तय हो जाएगा व आप जल्दी ही सफल लोगों की श्रेणी में खड़े हो सकेंगे। प्रस्तुत हैं कुछ ऐसे उपाय जिनके माध्यम से आप समय का सही इस्तेमाल कर सकते हैं :
सुबह का सही इस्तेमाल
ज्यादातर लोग अपनी सुबह का सही इस्तेमाल नहीं करते, जिसके कारण उनका सारा दिन अस्त-व्यस्त-सा बीतता है। लगातार ऐसा होने से वे अपने जीवन में सफलता से दूर होते जाते हैं। देर तक सोने में बहुत मजा तो आता है लेकिन बहुत ही अमृततुल्य वातावरण से वे वंचित रह जातेहैं। सुबह की ताजी हवा में सैर एवं थोड़ा व्यायाम नियमित करने से निश्चित ही जीवन में उन्नाति का मार्ग प्रशस्त होता है क्योंकि आपका दिमाग ज्यादा अच्छी तरह से सोच सकता है। आपका शरीर ज्यादा क्षमता से कार्य कर सकता है। यदि आज से ही आप अपनी सुबह का सही इस्तेमालकरने लगें तो आप थोड़े महीनों में ही अपने आप में बड़ा परिवर्तन अवश्य महसूस करेंगे।
महत्वपूर्ण कार्यों का चार्ट बनाएँ
सुबह की सैर एवं नाश्ते के तुरंत बाद अपने महत्वपूर्ण कार्यों की सूची बनाएँ। उन्हें कब और कैसे करना है, इस बात का निश्चय करके उस दिन की डायरी में नोट करने की आदत डालें। इससे आपको अपने सभी कार्य निबटाने में बड़ी सहायता मिलेगी, आप कुछ भूलेंगे नहीं और समय की बचत करने में कामयाब होंगे।
लक्ष्यों एवं उद्देश्यों/क्षमताओं को पहचानें
सभी के अपने-अपने लक्ष्य एवं अपने उद्देश्य होते हैं। अपने लक्ष्यों के प्रति समर्पण रखना एवं उसकी प्राप्ति के लिए लगातार सही दिशा में कार्य करते रहना बहुत ही मुश्किल होता है। इसलिए आप देखेंगे कि बहुत-से लोग जीवन में जो बनना चाहते थे, बन नहीं सके। इस मामले में सतर्कता एवं समझदारी की आवश्यकता होती है। लक्ष्य बनाने से पहले अपनी क्षमताओं का आकलन करना बहुत जरूरी है।
अपनी क्षमताओं को पहचाने बिना ही लक्ष्य बनाना घातक होता है, जो कि बाद में आपकी मानसिक परेशानी का कारण बनता है। अतः अपनी क्षमताएँ पहचानें, अपनी योग्यता का सच्चा आकलन करें, साथ ही परिवार के वातावरण को समझकर ही लक्ष्य बनाएँ ताकि आप पूरी मेहनत के बाद लक्ष्य तक पहुँच सकें और जीवन को खुशहाल बना सकें।
वातावरण पर पैनी नजर
अपने आसपास के वातावरण, परिवार के वातावरण एवं दुनिया में बदलते परिवेश का पूरा ध्यान रखना भी आपकी जवाबदारी है ताकि आप बदलते वक्त के साथ अपने आप को ढाल सकें। सफल होने के लिए यह बहुत ही आवश्यक है कि आप परिस्थिति के अनुसार अपने आपको बदलने को तैयार रहें ताकि आपको कोई परेशानी न हो। याद रखें, जो परिस्थिति के अनुसार बदलने को तैयार नहीं होते वे अक्सर असफलता की गर्त में चले जाते हैं। यदि आप कोई नौकरी पाना चाहते हैं और यदि उसकी योग्यता की माँग बदल रही है, तब आपको अपने आपको उसकी माँग के अनुसार तैयार करना जरूरी है। यदि परिवार का सहयोग आपके साथ नहीं होगा तब आप हो सकता है न सफल न हो पाएँ या यदि सफल हो भी जाएँ तो आपको देर लग सकती है या संभवतः आपको उस सफलता की पूरी खुशी न मिल सके। अतः आवश्यक है परिवार के सभी सदस्य वातावरण को तनाव मुक्त रखने में अपनी जिम्मेदारी निभाएँ।
सफल लोगों से जुड़ें
आप किससे मिल रहे हैं, किससे क्या बात कर रहे हैं, किससे कैसी और क्या सलाह ले रहे हैं, इस बात का आपकी सफलता पर बहुत प्रभाव पड़ता है। कहावत भी है कि गलत संगत आपको गलत राह पर ढकेलती है। यह बात बिलकुल सत्य है, अतः अपने आस-पास ऐसे लोगों को बिलकुल न फटकने दें जो निराशावादी बातें करते हैं या आप सफल क्यों नहीं हो सकते, इस बारे में आपको बताने में ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं। आप जो भी लक्ष्य बना रहे हैं, उन लक्ष्यों में पहले से सफल व्यक्ति आपके लिए ज्यादा फायदेमंद होंगे। आप अपने उद्देश्यों से मिलते-जुलते व्यक्तियों से ज्यादा संपर्क में रहें ताकि आपकी राह में आने वाली कठिनाइयों को मिलकर दूर करने में मदद मिल सके।