भारतीय कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी ने हॉलैंड के खिलाफ पाँच विकेट की संघर्षपूर्ण जीत के बाद कहा कि 99 रन पर चार विकेट गिरने से दबाव जरूर आ गया था लेकिन यह उतनी खराब जीत नहीं थी जितनी आप सोच रहे हैं।
धोनी ने कहा कि हमारे चार विकेट 99 रन पर गिर गए थे और मध्य ओवरों में निश्चित ही हम पर कुछ दबाव आ गया था लेकिन विकेट भी धीमा था और उस पर उतनी आसानी से रन नहीं बन रहे थे। इसे देखते हुए पाँच विकेट की जीत कतई खराब नहीं कही जा सकती।कप्तान ने कहा कि जीतना हमेशा महत्वपूर्ण होता है। इसमें यह नहीं देखा जा सकता कि जीत हासिल करने के दौरान क्या हुआ। हालाँकि उन्होंने यह जरूर माना कि मध्यक्रम की लड़खड़ाहट अभी कुछ चिंता का विषय है लेकिन टीम के अधिकतर बल्लेबाजों को विकेट पर समय गुजारने का मौका मिल रहा है।धोनी ने कहा कि हमने मैच में ज्यादा प्रयोग नहीं किए। कुछ चीजें जरूर आजमाई ताकि दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाले अगले दो मैचों के लिए खिलाड़ियों की लय बनी रह सके।यूसुफ पठान को बल्लेबाजी क्रम में तीसरे नंबर पर लाए जाने के दाव के संदर्भ में धोनी ने कहा कि मैं उनके प्रदर्शन से कतई निराश नहीं हूँ। वह जबर्दस्त क्रिकेटर हैं। बड़े शाट खेलते हैं लेकिन यह विकेट उनके लिए धीमा था और यही वजह थी कि वह जल्दी आउट हो गए।मैच में दो विकेट लेने और नाबाद अर्धशतक बनाकर मैन ऑफ द मैच बने युवराजसिंह की एक बार फिर सराहना करते हुए धोनी ने कहा कि पिछली चार-पाँच प्रेस कांफ्रेंस में हर बार मुझसे युवराज को लेकर कुछ न कुछ सवाल जरूर पूछा जाता था लेकिन अब युवराज ने अपने प्रदर्शन से पासा पलट दिया है।उन्होंने कहा कि वह बड़े टूर्नामेंट के खिलाड़ी हैं। चाहे वह विश्वकप या फिर चैंपियंस ट्रॉफी या फिर बडी द्विपक्षीय श्रृंखलाएँ। वह चार नंबर पर सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं जो रन बटोरने के साथ-साथ विकेट लेने की भी क्षमता रखते हैं।आउट ऑफ फॉर्म चल रहे हरभजनसिंह का बचाव करते हुए कप्तान ने कहा कि हरभजन हमेशा सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं क्योंकि वह आक्रामक खिलाड़ी हैं और जब कोई उन पर दबाव बनाता है तो वह उसके खिलाफ ज्यादा आक्रामक हो जाते हैं। मुझे उम्मीद है कि हरभजन अगले दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।धोनी ने कहा कि ओवरआल हमारा प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा। हम फिलहाल नाकआउट क्वार्टरफाइनल के लिए देख रहे हैं कि उस चरण में जहाँ कोई गलती नहीं की जानी है उसके लिए हमारी सर्वश्रेष्ठ एकादश क्या हो सकती है। (वार्ता)