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गेंदबाजी अब भी चिंता का विषय-गावस्कर

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नई दिल्ली , शनिवार, 26 मार्च 2011 (09:13 IST)
पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि भारत की गेंदबाजी अब भी चिंता का विषय है और कप्तान महेंद्रसिंह धोनी को पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट विश्वकप के सेमीफाइनल के लिए अपने आक्रमण की धार पैनी करनी होगी।

गावस्कर ने कहा कि गेंदबाजी अब भी चिंता का विषय है। जहीर खान बढ़िया खेल रहे हैं लेकिन नई गेंद से खेलने वाले दूसरे गेंदबाज में पैनापन मौजूद नहीं हैं। मुनाफ पटेल कोशिश कर रहा है लेकिन उसे कोई सफलता नहीं मिली है।

उन्होंने कहा कि आर अश्विन और हरभजनसिंह वैसी ही गेंदबाजी कर रहे हैं जैसी वे आमतौर पर करते हैं तथा युवराजसिंह विकेट हासिल कर रहे हैं। एक खराब स्पैल और नियमित गेंदबाज की कमी इससे पूरी हो जाती है। लेकिन अब सेमीफाइनल और फाइनल जैसे राउंड बचे हैं। भारतीय टीम कई खराब ओवर बर्दाश्त नहीं कर सकती।

ऑस्ट्रेलिया पर बीती रात पाँच विकेट की जीत के नायक युवराजसिंह ने अभी तक विश्वकप में 11 विकेट चटकाए हैं और 341 रन बनाए। गावस्कर को लगता है कि यह प्रतिभाशाली क्रिकेटर भारत का वास्तविक ऑलराउंडर कहलाने का हकदार है।

गावस्कर ने कहा कि युवराज भारत के वास्तविक ऑलराउंडर का हकदार है। वह विकेट हासिल कर रहा है। वह क्षेत्ररक्षण में भी अपने पसंदीदा बैकवर्ड प्वाइंट स्थान पर वापस आ गया है। वह फिर से जोशीला क्रिकेटर बन गया है।

उन्होंने साथ ही धोनी के इस महत्वपूर्ण मैच के लिए यूसुफ पठान की बजाय बाएँ हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना को चुनने के फैसले का समर्थन किया।

रैना ने 28 गेंद में 34 रन बनाए और बीती रात मोटेरा की धीमी पिच पर 261 रन का लक्ष्य हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और युवराज के साथ 74 रन जोड़े।

गावस्कर ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच से पहले उनका टीम में शामिल किया जाना सही था। हमने रैना को एक दिवसीय मैचों में पाँचवे-छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते देखा है। वह टीम की जरूरत के हिसाब से उपरी क्रम में भी बल्लेबाजी के लिए आ जाता है। (भाषा)

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