भारत विश्वकप के क्वार्टर फाइनल में
नई दिल्ली , गुरुवार, 10 मार्च 2011 (01:15 IST)
शानदार फॉर्म में चल रहे युवराजसिंह के हरफनमौला खेल और जहीर खान की अगुआई में गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन के दम पर विश्व कप ग्रुप 'बी' के लीग मैच में हॉलैंड को पाँच विकेट से हराकर भारत ने क्वार्टर फाइनल में प्रवेश तय कर लिया।अच्छी शुरुआत को बरकरार रखने में नाकाम रही हॉलैंड की टीम 46.4 ओवर में 189 रन पर सिमट गई। जवाब में भारत ने वीरेंद्र सहवाग (39) और सचिन तेंडुलकर (27) से मिली शानदार शुरुआत के बाद शीषर्क्रम में विकेटों के पतन के बावजूद जीत का लक्ष्य 36.3 ओवर में पाँच विकेट खोकर हासिल कर लिया।आयरलैंड के खिलाफ पिछले मैच में पांच विकेट लेने वाले युवराज ने एक बार फिर हरफनमौला प्रदर्शन करते हुए पहले दो अहम विकेट चटकाये और बाद में नाबाद 51 रन बनाकर फिर मैन विनर की भूमिका निभाई। युवराज ने अपनी पारी में 71 गेंदों का सामना करके सात चौके लगाए।कमजोर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ सितारों से सजे बल्लेबाजी क्रम के गैर जिम्मेदाराना प्रदर्शन ने टीम प्रबंधन को जरूर सोचने पर मजबूर कर दिया होगा। मामूली लक्ष्य का पीछा करते हुए भी भारत ने पाँच विकेट गँवा दिए।इस जीत के साथ भारत ग्रुप 'बी' में चार मैचों में तीन जीत और इंग्लैंड के खिलाफ एक टाई के साथ सात अंक लेकर शीर्ष पर है। दूसरे स्थान पर इंग्लैंड के चार मैचों में पाँच अंक है जबकि वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर हैं जिनके तीन मैचों में चार चार अंक हैं। भारत को अब दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज से लीग मैच खेलने हैं।भारतीय पारी की शुरुआत बेहद आक्रामक रही। अपने घरेलू मैदान फिरोजशाह कोटला में पहली बार अच्छी तादाद में जुटे दर्शकों के सामने सहवाग ने पहले ही ओवर में मुदस्सर बुखारी को चौका लगाकर अपने तेवर जताए जबकि दूसरे छोर पर सचिन तेंडुलकर ने रियान टेन डोइशे को अगले ओवर में दो चौके जड़े। छठा विश्व कप खेल रहे तेंडुलकर ने 18 रन पर पहुँचते ही टूर्नामेंट में 2000 रन भी पूरे कर लिए। टेन डोइशे को कड़ी नसीहत देते हुए तेंडुलकर ने चौथे ओवर में भी उसे तीन चौके लगाए। दूसरे छोर पर सहवाग ने पाँचवें ओवर में बुखारी का यही हश्र किया। इस ओवर की आखिरी गेंद पर एरिक श्वार्जिंस्की ने मिडऑन में उन्हें जीवनदान भी दिया।इस खतरनाक साझेदारी को स्पिनर पीटर सीलार ने तोड़ा, जिन्होंने आठवें ओवर में सहवाग को प्वाइंट क्षेत्र में केर्वेजी के हाथों लपकवाया। सहवाग ने 26 गेंद में पाँच चौकों और दो छक्कों की मदद से 39 रन बनाए। सीलार ने दसवें ओवर में भारत को दोहरे झटके देते हुए तेंडुलकर और यूसुफ पठान को पैवेलियन भेजा।तेंडुलकर ने ऊँचा शॉट खेला और लांग ऑफ पर क्रगर ने उनका दर्शनीय कैच लपक लिया। इसके तीन गेंद बार ही सीलार ने बल्लेबाजी क्रम में उपर भेजे गए पठान का रिटर्न कैच लपका। भारत के तीन विकेट 82 रन पर उखड़ चुके थे। इसमें 17 रन जुड़े थे कि विराट कोहली भी पवेलियन लौट गए। डच कप्तान पीटर बोरेन ने उन्हें बोल्ड किया।गौतम गंभीर भी पारी के सूत्रधार की भूमिका नहीं निभा सके और 28 गेंद में 28 रन बनाकर बुखारी का शिकार हुए। बुखारी की गेंद उनके लेग स्टम्प पर पड़ी। इस समय भारत को 51 रन की जरूरत थी।इससे पहले हॉलैंड को एरिक श्वार्जिंस्की (28), वेसले बारेसी (26) और टॉम कूपर (29) ने अच्छी शुरुआत दी लेकिन बड़ी पारियों में तब्दील नहीं कर सके। फिरोजशाह कोटला मैदान की सपाट पिच पर उसके विकेट नियमित अंतराल पर गिरते रहे। सलामी जोड़ी ने 56 रन की भागीदारी की लेकिन बाकी बल्लेबाज भारत की अनुशासित गेंदबाजी के सामने टिक नहीं सके।आखिरी ओवरों में यदि कप्तान पीटर बोरेन ने 36 गेंद में 38 और मुदस्सर बुखारी ने 21 रन नहीं बनाए होते तो हॉलैंड का स्कोर और खराब हो सकता था। भारत के लिए जहीर खान ने 20 रन देकर तीन विकेट लिए जबकि शानदार फॉर्म में चल रहे युवराज सिंह और पीयूष चावला को दो दो विकेट मिले।टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनते हुए हॉलैंड अच्छे स्कोर की ओर बढ़ता नजर आ रहा था। सलामी बल्लेबाजों को भारतीय गेंदबाजी आक्रमण झेलने में कोई कठिनाई नहीं हुई। बारेसी ने पारी का पहला चौका आशीष नेहरा को लांग ऑफ पर लगाया जबकि उनके जोड़ीदार श्वार्जिंस्की ने जहीर को चौका लगाकर अपने तेवर जाहिर किए।भारतीय कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने चौथे ही ओवर में ऑफ स्पिनर यूसुफ पठान को गेंद थमा दी, जिसने पहले ओवर में सिर्फ दो रन दिए। सातवें ओवर में हरभजन सिंह को उतारकर धोनी ने दोहरा स्पिन आक्रमण आजमाया।भारत को पहली सफलता लेग स्पिनर चावला ने दिलाई और श्वार्जिंस्की को पैवेलियन भेजा। पिछले मैचों में नाकाम रहे चावला की गुगली को कट करने के प्रयास में बल्लेबाज बोल्ड हो गया। इसके आठ रन बाद ही हॉलैंड ने बारेसी के रूप में दूसरा विकेट गँवाया, जिन्हें युवराज ने अपना सौवाँ एक दिवसीय शिकार बनाया। बारेसी को अंपायर स्टीव डेविस ने पगबाधा आउट करार दिया।बल्लेबाज ने इस पर रिव्यू लिया लेकिन फैसले में कोई बदलाव नहीं हुआ। युवराज ने हॉलैंड के स्टार बल्लेबाज रियान टेन डोइशे (11) को लांग ऑफ पर जहीर के हाथों लपकवाकर दूसरा विकेट लिया। इसके बाद नेहरा ने शानदार ऑफ कटर पर टॉम कूपर को आउट किया, जिनका कैच विकेट के पीछे धोनी ने लपका।कूपर के आउट होने के बाद आये बास जुइडेरेंट को जहीर ने पगबाधा आउट किया। इस बार भी रिव्यू का परिणाम बल्लेबाज के खिलाफ गया। कुछ मिनटों बाद टाम डि ग्रूथ रन आउट हो गए। दो विकेट पर 99 रन से डच टीम का स्कोर छह विकेट पर 108 रन हो गया। आखिरी ओवरों में कप्तान पीटर बोरेन ने कुछ उम्दा शॉट खेलकर टीम को 150 रन के पार पहुँचाया। उन्होंने चावला के आखिरी ओवर में दो छक्के लगाए।यह पूछने पर कि पहले बल्लेबाजी या लक्ष्य का पीछा करने में से किसे तरजीह देंगे? धोनी ने कहा कि टीम के लिए जीत सबसे अहम है फिर चाहे बल्लेबाजी पहले करें या बाद में। उन्होंने कहा,‘जीत सबसे महत्वपूर्ण है। पहले या बाद में बल्लेबाजी करना मायने नहीं रखता लेकिन दबाव का सामना करने का शउर आना चाहिए। कम स्कोर का पीछा करते हुए हमें दबाव में नहीं आना चाहिए।’भारतीय बल्लेबाजी क्रम की सराहना करते हुए कप्तान ने कहा कि इसमें आक्रामक और रक्षात्मक दोनों तरह के बल्लेबाजों का अच्छा सम्मिश्रण है। उन्होंने कहा कि सहवाग और तेंडुलकर हमारी बल्लेबाजी की धुरी है। हम अच्छी शुरुआत पर बहुत हद तक निर्भर करते हैं। हमारा बल्लेबाजी क्रम आक्रामक और रक्षात्मक बल्लेबाजों का अच्छा मिश्रण है। (भाषा)