भारतीय कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने कहा कि विश्वकप पर दो साल पहले ही से उनकी नजरें थी और वे अपने प्रमुख खिलाड़ियों को फिट तथा फार्म में रखना चाहते थे।
धोनी ने मैच के बाद कहा कि हमने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। मैदान पर हम चाहे जैसा भी खेलें, हमारा दीर्घकालिक लक्ष्य विश्वकप जीतना था। हम खिलाड़ियों को फिट रखना चाहते थे।
उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि हमारे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी फार्म में और फिट रहे। यह बड़ी चुनौती थी। हम मैदान पर सौ फीसदी से अधिक देने में कामयाब रहे। सही समय पर अच्छा प्रदर्शन किया। हम एक-दूसरे के लिए जीतना चाहते थे।
यह पूछने पर कि विजयी छक्का मारने के बाद भी उन्होंने अपने जज्बात जाहिर क्यों नहीं किए, कैप्टन कूल ने कहा कि मैं दुविधा में था। मैं स्टम्प चाहता था। मैं पीच के बीच था और युवराज दूसरी ओर। मुझे लगा कि एक-दूसरे के गले बाद में लग जाएँगे लेकिन वह आया और मुझ पर कूद गया। (भाषा)