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सपना साकार होने जैसा है भारत-पाक सेमीफाइनल

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अहमदाबाद , शुक्रवार, 25 मार्च 2011 (15:28 IST)
विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले स्टार बल्लेबाज युवराज सिंह का अब पूरा ध्यान चिरप्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले सेमीफाइनल मुकाबले पर है।

मोहाली में 30 मार्च को होने वाले इस बहुप्रतीक्षित मुकाबले के बारे में युवराज का कहना है कि यह मुकबला बराबरी का होगा और इस मैच में खेलना सपना साकार होने जैसा है।

युवराज ने कल रात ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में दो विकेट चटकाने के बाद नाबाद अर्धशतक लगाया और टीम को पाँच विकेट से जीत दिलाई। इसी के साथ युवराज विश्वकप में लगातार चौथी बार मैन ऑफ द मैच बने।

युवराज ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘भारत-आस्ट्रेलिया मैच के बाद भारत-पाकिस्तान मैच एक और सपना साकार होने जैसा रहने वाला है। भारत के लिए जीत शानदार रही। हम पाकिस्तान के खिलाफ अपनी सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलेंगे। वे हमारे खेल के बारे में जानते हैं, हम उनके बारे में जानते हैं, दोनों टीमें बराबरी की हैं।

उन्होंने टूर्नामेंट में अब तक काफी अच्छा प्रदर्शन किया है और वेस्टइंडीज तथा ऑस्ट्रेलिया को हराया है।’ उन्होंने कहा, ‘हम अभी पाकिस्तान के खिलाफ मैच के बारे में नहीं सोचना चाहते हैं। यह (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) हमारे लिए काफी दबाव वाला मैच रहा है और हम काफी थक चुके हैं। हम एक-दो दिन आराम करना पसंद करेंगे और उसके बाद पाकिस्तान मैच के लिए योजना बनाएँगे।’

युवराज ने कहा, ‘पिछले एक साल से मैंने पारी के अंत तक टिकने और विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम को जीत दिलाने का सपना देखा है और अब यह क्षण आ चुका है। बतौर क्रिकेटर मैं इस क्षण को जी रहा हूँ।’ बाएँ हाथ के इस बल्लेबाज ने स्वीकार किया कि मैच में कठिन स्थिति में उन पर काफी दबाव था और उनकी छोटी सी गलती भारतीय टीम को विश्वकप से बाहर कर सकती थी।

युवराज ने कहा, ‘भावनाओं को नियंत्रित करना काफी कठिन था। ऐसी स्थिति में खुद पर काबू रखना मुश्किल होता है जब आपकी एक गलती आपको विश्वकप से बाहर कर देगी। मैंने बस गेंद को ध्यान से देखने और गेंद को हवा में मारने के बजाय उस पर सीधे शॉट लगाने की कोशिश की।’ उन्होंने कहा कि वह इस टूर्नामेंट में अपने जीवन के एक खास व्यक्ति के बारे में सोचकर खेल रहे हैं, हालाँकि युवराज ने नाम का खुलासा नहीं किया।

युवराज ने कहा, ‘मैं एक बहुत खास व्यक्ति के लिए खेल रहा हूँ जो मेरे दिमाग में आता है और जब भी चीजें अच्छी तरह से नहीं हो रही होती हैं, मैं उस व्यक्ति के बारे में सोचता हूँ और चीजें होने लगती हैं।’

युवराज ने कहा, ‘जब गंभीर आउट हुआ तो मैंने सोचा कि मैं एमएस धोनी के साथ मिलकर अच्छी साझेदारी करूँगा लेकिन जब धोनी आउट हुए तो मैं परेशानी में था। जब रैना मैदान पर उतरा तो मैंने उससे पूरा समय लेने और 20-30 रन की साझेदारी करने के लिए कहा। उन्होंने महत्वपूर्ण समय पर खुद को काबू में रखा और इससे उनके विश्वास में भी बढ़ोतरी होगी।’

युवराज के मुताबिक वह गंभीर से तालमेल में गड़बड़ी के लिए पहले ही माफी माँग चुके हैं जिसकी वजह से गंभीर रन आउट हो गए थे।

इस बल्लेबाज ने कहा, ‘मैंने मैदान पर तालमेल में गड़बड़ी के लिए गौतम से माफी माँग ली है। हम साथ में बहुत ज्यादा नहीं खेले हैं। मुझे लगता है कि शायद यह मेरी गलती थी।’ युवराज ने कोच गैरी कर्स्टन के योगदान के लिए उनकी जमकर प्रशंसा की। (भाषा)

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