Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

न्यूजीलैंड को हराकर श्रीलंका फाइनल में

हमें फॉलो करें न्यूजीलैंड को हराकर श्रीलंका फाइनल में
कोलंबो , बुधवार, 30 मार्च 2011 (01:17 IST)
ओपनर तिलकरत्ने दिलशान (73) और कप्तान कुमार संगकारा (54) के शानदार अर्द्धशतकों के बाद श्रीलंका ने साँसों को रोक देने तनावपूर्ण क्षणों से बाहर निकलते हुए आखिर न्यूजीलैंड को विश्वकप के पहले सेमीफाइनल में पाँच विकेट से हराकर लगातार दूसरी बार फाइनल में प्रवेश कर लिया।

218 रन मामूली लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका एक समय बेहद आसान जीत की तरफ बढ़ता दिखाई दे रहा था लेकिन उसने 25 रन के अंतराल में चार विकेट गँवा दिए और उसका स्कोर एक विकेट पर 160 रन से अचानक ही पाँच विकेट पर 185 रन हो गया। ऐसे नाजुक क्षणों में तिलन समरवीरा (नाबाद 23) ने सूझबूझ दिखाते हुए चोटिल ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज (नाबाद 14) के साथ टीम को जीत की मंजिल पर पहुँचा दिया।

श्रीलंका ने 47.5 ओवर में पाँच विकेट पर 220 रन बनाकर यादगार जीत हासिल कर ली। छठी बार सेमीफाइनल खेल रहे न्यूजीलैंड का इस हार के साथ ही पहली बार खिताबी मुकाबले में पहुँचने का सपना टूट गया। गत उपविजेता श्रीलंका का 2 अप्रैल को मुंबई के वानखेडे के होने वाले फाइनल में भारत और पाकिस्तान के बीच मोहाली के दूसरे सेमीफाइनल के विजेता के साथ मुकाबला होगा।

इसी के साथ विश्वकप के इतिहास में पहली बार भारतीय उपमहाद्वीप की दो टीमों के बीच खिताबी मुकाबला खेला जाएगा। श्रीलंका की जीत के साथ उसके हजारों समर्थक आर प्रेमदासा स्टेडियम में खुशी से झूम उठे जबकि श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने इस बेहतरीन कामयाबी के साथ ही एक-दूसरे को गले लगा लिया।

निर्णायक क्षणों में मैथ्यूज ने एक चौका और एक छक्का जड़ते हुए श्रीलंका पर आया तनाव फ्यूज कर दिया। श्रीलंका की मंजिल पर पहुँचने से पहले की स्टेडियम के आसमान पर भव्य आतिशबाजी शुरु हो गई।

श्रीलंका ने आसान लक्ष्य के सामने अच्छी शुरुआत करते हुए 7.2 ओवर में 40 रन जोड़ डाले। उपुल तरंगा ने 31 गेंदों में चार चौकों और एक छक्के की मदद से 30 रन की तेजतर्रार पारी खेली लेकिन वह मध्यम तेज गेंदबाज टिम साउदी की गेंद पर जेसी राइडर को कैच थमा बैठे।

फॉर्म में चल रहे दिलशान और संगकारा ने दूसरे विकेट के लिए 120 रन की मजबूत साझेदारी कर श्रीलंका को आसान जीत की तरफ अग्रसर कर दिया था। दिलशान ने अपने 50 रन 71 गेंदों में छह चौकों और एक छक्के की मदद से जबकि संगकारा ने अपने 50 रन 72 गेंदों में छह चौकों और एक छक्के की मदद से पूरे किए।

इस साझेदारी के दौरान न्यूजीलैंड के गेंदबाज बेबस दिखाई दे रहे थे, लेकिन तभी साउदी ने श्रीलंका को दूसरा झटका दे दिया। दिलशान राइडर को कैच थमा बैठे। उन्होंने 93 गेंदों की अपनी पारी में दस चौके और एक छक्का लगाया।

श्रीलंका इस झटके से संभल भी नहीं पाया था कि महेला जयवर्द्धने को न्यूजीलैंड के कप्तान डेनियल विटोरी ने पगबाधा कर दिया। संगकारा एंडी मैके की गेंद पर अपर कट खेलने की कोशिश में थर्डमैन बाउंड्री पर स्काट स्टायरिस के हाथों लपके गए।

संगकारा ने 79 गेंदों में सात चौकों और एक छक्के की मदद से 54 रन बनाए। चामरा सिल्वा (13) साउदी की गेंद को स्टंप्स पर खेल गए और 185 के स्कोर पर श्रीलंका का पाँचवाँ विकेट गिर गया।

ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज अपने पैरों की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण रनर के साथ मैदान में उतरे और उन्होंने अपनी चोट के बावजूद समरवीरा का बखूबी साथ दिया। दोनों ने संयम और थोड़ी आक्रामकता दिखाते हुए श्रीलंका को तीसरी बार विश्वकप के फाइनल में पहुँचा दिया।

न्यूजीलैंड की तरफ से टिम साउदी ने 57 रन पर तीन विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे। कप्तान डेनियल वेट्टोरी और एंडी मैके को एक-एक विकेट मिला।

इससे पहले तेज गेंदबाज लसित मलिंगा ने 55 रन पर तीन विकेट अबूझ स्पिनर अजंता मेंडिस ने 35 रन पर तीन विकेट और श्रीलंका में अपना आखिरी मैच खेल रहे मुथैया मुरलीधरन 42 रन पर दो विकेट लेकर न्यूजीलैंड को 48.5 ओवर में 217 रन के मामूली स्कोर पर समेट दिया।

न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। स्कॉट स्टायरिस (57) ओपनर मार्टिन गुप्तिल (39) और रोस टेलर (36) को छोड़कर अन्य बल्लेबाज श्रीलंका के तेज और स्पिन आक्रमण के सामने टिककर नहीं खेल पाए।

टेलर और स्टायरिस ने चौथे विकेट के लिए 77 रन की अहम साझेदारी की लेकिन बाद के बल्लेबाज इस साझेदारी को परवान नहीं चढा सके। न्यूजीलैंड ने अपने आखिरी छह विकेट मात्र 25 रन जोडकर गँवा दिए।

न्यूजीलैंड 44वें ओवर में चार विकेट पर 192 रन बनाकर 250 के स्कोर की तरफ बढ़ रहा था लेकिन बल्लेबाजों ने गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर अपने विकेट गँवाए और टीम को मजबूत स्थिति में पहुँचाने का मौका गँवा दिया।

टेलर और स्टायरिस की साझेदारी खतरनाक हो रही थी लेकिन टेलर ने मेंडिस की गेंद पर एक बडा शॉट खेलने की कोशिश में डीप मिड विकेट सीमारेखा पर उपुल तरंगा को जैसे ही कैच थमाया, उसके बाद तो कीवी बल्लेबाज आयाराम-गयाराम की तर्ज पर मैदान में आते और लौटते रहे।

स्टायरिस ने 77 गेंदों पर 57 रन की अपनी पारी में पाँच चौके, गुप्तिल ने 65 गेंदों पर 39 रन की पारी में तीन चौके, टेलर ने 55 गेंदों पर 36 रन की पारी में एक चौका और केन विलियम्सन ने 16 गेंदों पर 22 रन की पारी में तीन चौके लगाए। गुप्तिल और ब्रैंडन मैकुलम (13) ने पहले विकेट के लिए 32 रन जोड़े।

ब्रैंडन ने अपनी पारी में एक चौका और एक छक्का लगाया लेकिन लेफ्ट आर्म स्पिनर रंगना हेरात की गेंद पर एक जबर्दस्त स्वीप खेलने की कोशिश में वह गेंद की लाइन चूके और बोल्ड हो गए। गुप्तिल और राइडर फिर टीम के स्कोर को 69 रन तक ले गए1 दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिए 37 रन की साझेदारी हुई।

श्रीलंका में अपना आखिरी वनडे खेल रहे आफ स्पिनर मुरलीधरन ने राइडर को विकेटकीपर कुमार संगकारा के हाथों कैच करा दिया। राइडर ने 34 गेंदों में 19 रन में दो चौके लगाए। इसके कुछ ही देर बाद गुप्तिल 65 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 39 रन बनाकर मलिंगा की यार्कर पर बोल्ड हो गए और न्यूजीलैंड का स्कोर तीन विकेट पर 84 रन हो गया।

लेकिन टेलर और अनुभवी स्टायरिस ने पारी को संभाल लिया। दोनों ने श्रीलंकाई स्पिन गेंदबाजों को संभलकर खेलते हुए स्कोर को बढाना जारी रखा। आश्चर्यजनक रूप से विस्फोटक बल्लेबाज टेलर ने खुद पर अंकुश लगाए रखा लेकिन जब उन्होंने खुलने की कोशिश की तो सीधे तरंगा को कैच थमा दिया।

विलियम्सन को मलिंगा ने पगबाधा किया और फिर नाथन मैकुलम (9) मलिंगा की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए। मुरलीधरन ने स्टायरिस को पगबाधा कर न्यूजीलैंड का संघर्ष तोड़ दिया।

जैकब ओरम (7) तिलकरत्ने दिलशान की गेंद पर लंबा शॉट खेलने की कोशिश में सीधे बाउंड्री के पास लपके गए जबकि मेंडिस ने 49वें ओवर में दो गेंदों में टिम साउदी और एंडी मैके के विकेट लेते हुए कीवी पारी 217 रन पर समेट दी। (वार्ता)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi