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भारत विश्वकप के सेमीफाइनल में

बादशाह पर भारी पड़ा 'युवराज'

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अहमदाबाद , शुक्रवार, 25 मार्च 2011 (01:42 IST)
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बेजोड़ फॉर्म में चल रहे युवराज सिंह (नाबाद 57 रन और दो विकेट) के एक और हरफनमौला प्रदर्शन की बदौलत भारत ने गत तीन बार के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को दूसरे क्वार्टर फाइनल में पाँच विकेट से हराकर विश्वकप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया, जहाँ उसका मुकाबला 30 मार्च को मोहाली में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगा।

ऑस्ट्रेलिया ने कप्तान रिकी पोंटिंग (104) के शतक से छह विकेट पर 260 रन के चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया, जिसके जवाब में भारत ने 47.4 ओवर में पाँच विकेट पर 261 रन बनाकर सेमीफाइनल का टिकट कटा लिया। भारत एक वक्त 187 रन पर पाँच विकेट गँवाकर संकट में फँस गया था लेकिन युवराज ने विकट परिस्थितियों में जुझारू पारी खेलते हुए भारत की नैया पार लगा दी।

भारतीय टीम के सबसे बडे फिनिशर युवराज ने सुरेश रैना (नाबाद 34) के साथ छठे विकेट के लिए 74 रन की अविजित साझेदारी करते हुए भारत को जीत की मंजिल पर पहुँचा दिया। युवराज ने 67 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से शानदार नाबाद 57 रन बनाए जबकि रैना ने 28 गेंदों पर दो चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 34 रन की तूफानी पारी खेली।

युवराज का टूर्नामेंट में यह तीसरा अर्द्धशतक था। भारत के लिए मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर ने 53 और गौतम गंभीर ने 50 रन की उपयोगी पारियाँ खेली। सचिन ने अपनी इस पारी के दौरान एकदिवसीय मैचों में 18000 रन भी पूरे कर लिए।

युवराज ने बल्ले का कमाल दिखाने से पहले गेंदबाजी में भी अपने हाथ दिखाते हुए ऑस्ट्रेलिया के दो विकेट चटाकाए थे। युवराज ने अपनी इस पारी के दौरान वनडे में आठ हजार रन भी पूरे कर लिए। साथ ही वह एक विश्वकप में 300 रन और दस विकेट लेने वाले इतिहास के चौथे खिलाड़ी बन गए।

भारत ज्यों-ज्यों जीत की तरफ बढ़ रहा था, ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग की हताशा बढ़ती जा रही थी। युवराज ने जैसे ही विजयी चौका मारा, मोटेरा स्टेडियम में मौजूद 65 हजार दर्शक खुशी से झूम उठे। पूरा स्टेडियम दर्शकों के शोर से गुंजायमान हो गया1


जीत के लिए 261 रन के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को वीरेन्द्र सहवाग और सचिन ने अच्छी शुरआत देते हुए पहले विकेट के लिए 8.1 ओवर में 44 रन जोड़े। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को सहवाग को लगातार लेग स्टंप पर गेंदें फेंककर उनके सब्र का कडा इम्तेहान लिया।

घुटने की चोट के कारण पिछले मैच में नहीं खेले सहवाग ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने बिल्कुल सहज नजर नहीं आ रहे थे। आखिर वाटसन ने सहवाग को माइक हसी के हाथों कैच कराते हुए भारत को पहला झटका दिया। सहवाग ने 22 गेंदों की अपनी पारी में दो चौकों की मदद से 15 रन बनाए।

सचिन और गंभीर ने दूसरे विकेट के लिए 50 रन जोड़े सचिन अपना 94वाँ अर्द्धशतक बनाने के बाद शान टेट की गेंद पर विकेटकीपर ब्रैड हैडिन के हाथों लपके गए। सचिन ने 68 गेंदों का सामना करते हुए सात चौकों की मदद से 53 रन बनाए। इसके साथ ही मास्टर ब्लास्टर ने एकदिवसीय क्रिकेट में 18000 रन भी पूरे कर लिए।

सचिन के आउट होने के बाद गंभीर और विराट कोहली (24) भारत के स्कोर को 143 रन तक ले गए। कोहली 33 गेंदों में एक चौके की मदद से 24 रन बनाकर डेविड हसी का शिकार बन गए। कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी महज सात रन बनाकर ब्रेट ली का शिकार बने1 भारत का पांचवां विकेट 187 के स्कोर पर गिरा।

लेकिन युवराज ने इसके बाद सुरेश रैना के साथ छठे के विकेट के लिए नाबाद 74 रन जोडकर भारत को जीत की मंजिल पर पहुँचा दिया। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से ली, टेट, वॉटसन और डेविड हसी ने एक-एक विकेट लिया।

इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग (104) ने सही समय पर फॉर्म में लौटते हुए बेहतरीन शतक बनाकर गत तीन बार की चैंपियन टीम को छह विकेट पर 260 रन के चुनौतीपूर्ण स्कोर पर पहुँचा दिया। पोंटिंग ने 118 गेंदों में सात चौकों और एक छक्के की मदद से 104 रन की पारी खेली। यह विश्वकप में उनका पाँचवाँ और कुल 30वाँ वनडे शतक था।

ओपनर शेट वॉटसन (25) के दसवें ओवर में आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे पोंटिंग ने 49वें ओवर तक अकेले मोर्चा संभाले रखा और 2003 के विश्वकप फाइनल में भारत के खिलाफ अपनी शतकीय पारी की याद दिला दी।

ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने ओपनर ब्रैड हैडिन (53) के साथ दूसरे विकेट के लिए 70 रन, माइकल क्लार्क (8) के साथ तीसरे विकेट के लिए 30 रन, कैमरून व्हाइट (12) के साथ पाँचवें विकेट के लिए 40 रन और डेविड हसी (नाबाद 38) के साथ छठे विकेट के लिए 55 रन जोड़े।

पोंटिंग ऑफ स्पिनर आर अश्विन की गेंद पर रिवर्स शॉट खेलने की कोशिश में जहीर खान को कैच थमा बैठे। भारतीय गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए विश्व चैंपियन टीम को बड़ा स्कोर खड़ा करने से रोक दिया।

अश्विन, जहीर खान और युवराज सिंह ने दो विकेट हासिल किए। अश्विन ने 52 रन पर दो विकेट, जहीर ने 53 रन पर दो विकेट और युवराज ने 40 रन पर दो विकेट लिए। भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने सात गेंदबाजों का इस्तेमाल किया जिनमें विकेट लेने में तीन गेंदबाजों को सफलता हाथ लगी। आफ स्पिनर हरभजन सिंह 50 रन देकर कोई विकेट हासिल नहीं कर पाए। (अहमदाबाद से वार्ता)

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